गणतंत्र दिवस की सुबह लेकर आई अच्छी खबर, कानपुर डिपो पहुंचे पांचवीं मेट्रो ट्रेन के कोच
कानपुर मेट्रो ट्रेन के कोचों का बेड़ा बढ़ता जा रहा है। बुधवार को गणतंत्र दिवस की सुबह-सुबह पांचवीं मेट्रो ट्रेन के कोच डिपो में पहुंच गए। मेट्रो के अधिकारियों के मुताबिक पांचवीं ट्रेन के आने में रास्ते में थोड़ा ज्यादा समय भी लगा क्योंकि मौसम भी खराब था।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर मेट्रो की पांचवीं ट्रेन के कोच गणतंत्र दिवस की सुबह डिपो में पहुंचे। अभी प्राथमिक कारिडोर के लिए तीन ओर ट्रेन के कोच आने हैं।
कानपुर मेट्रो ट्रेन के कोच सबसे पहली बार 29 सितंबर को शहर में आए थे। इसके बाद से अब तक चार और ट्रेन आ चुकी हैं। प्राथमिक कारिडोर में आठ ट्रेनों की जरूरत बताई गई हैं। हालांकि शुरुआती भीड़ के बाद यात्रियों की संख्या में कमी आई है। इस समय यात्रियों की संख्या 12 से 13 हजार रोज की है। इसलिए ज्यादातर समय तीन मेट्रो ट्रेन से ही संचालन किया जा रहा है। कानपुर मेट्रो ट्रेन का उद्घाटन 28 दिसंबर को हुआ था और शुरुआती 10 दिन के बाद मौसम भी खराब हुआ और कोरोना के संक्रमण का भी फैलाव हुआ, इसलिए यात्रियों की संख्या में कमी आई है। यहां शुरुआत के दिनों में 45 हजार यात्री तक संख्या जा चुकी है।
मेट्रो के अधिकारियों के मुताबिक पांचवीं ट्रेन के आने में रास्ते में थोड़ा ज्यादा समय भी लगा क्योंकि मौसम भी खराब था और कोहरा भी बहुत ज्यादा था। अब इन ट्रेन के कोच को डिपो में उतारा जाएगा। इसके बाद इन्हें ट्रैक पर उतारने लायक बनाया जाएगा। ये कोच 40 टन वजन के हैं। इन्हें गुजरात के सावली स्थित प्लांट में बनाया जा रहा है। अब से 11 माह पहले 26 फरवरी को गुजरात के प्लांट में इन ट्रेनों को बनाना शुरू किया गया था। इस प्लांट से कानपुर के लिए 39 ट्रेनों के कोच आने हैं। हर ट्रेन में तीन-तीन कोच रहेंगे। कानपुर में आने वाले प्रत्येक कोच में 974 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी। इसके साथ ही ये कोच अधिकतम 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर चल सकते हैं।