गांव की चौपाल: जब अच्छा आदमी जीत के हमरे बीच अई तो वो विकास के गंगा बही
बाजखेड़ा में सरसौल ब्लाक के नजफगढ़ की तरफ से आने वाले रास्ते पर दोपहर में सन्नाटा मिला। खरौंटी की तरफ जाने पर गांव के सबसे आखिर में जनक की गुमटी में कई लोग बातें कर रहे थे। बुद्धू बोले कि चुनाव म तो बड़ी रस्साकशी चल रही है।
कानपुर, जेएनएन। गांव केरि सरकार मा दागी व गंवारन का घुसैं न दीन जई। काहे कि अपराधी व अनपढ़ गांव व जनता का विकास न करिके केवल अपन विकास करिहैं। एही लिए हम सब यो ठान लीन है कि अपन वोट ओही का देबे जो पढ़ा-लिखा व साफ सुथरी छवि का होइ। जब अच्छा आदमी जीत के हमरे बीच अई तो वो विकास के गंगा बही।
हम गरीबन का सरकारी योजनन का लाभ दिलई। नहीं तो वैसे ही होइ जैसे अबै तक भा है कि जीतैं के बाद कउनो दोबारा दर्शन देंओ न अई। ये बातें सरसौल के बाजखेड़ा गांव में सजी चुनाव की चौपाल में 65 वर्षीय बुद्धू ने कहीं। पास में बैठे कुछ लोगों ने समर्थन किया और फिर घंटे भर चुनाव पर चर्चा होती रही। ये चौपाल यह बताने के लिए काफी है कि किस तरह गांव-गांव चुनावी बुखार चढ़ा हुआ है।
बाजखेड़ा में सरसौल ब्लाक के नजफगढ़ की तरफ से आने वाले रास्ते पर दोपहर में सन्नाटा मिला। खरौंटी की तरफ जाने पर गांव के सबसे आखिर में जनक की गुमटी में कई लोग बातें कर रहे थे। बुद्धू बोले कि चुनाव म तो बड़ी रस्साकशी चल रही है। सबै लड़ैं वाले अपने बीच के हैं। समझ म नहीं आ रहा कि केखा जितावा जाए। बगल म बैठे रामस्वरूप निषाद कहने लगे चाहे परधानी होए, बीडीसी या जिला पंचायत। पूरी तरह ठोक-बजा व परखैं के बाद ही वोट देबे। जो गांव का विकास करै, गरीबन का भला करै व ईमानदार होए ओहीका जितावा जई।
रामस्वरूप की बात काटते हुए गुलाब सिंह बोल पड़े कि चाचा जीतैं के बाद सब अपन पेट भरैं म लग जात हैं। जनता जी रही कि मर रही कउनो लौटि के हालचाल भी लें नहीं आवत है।
सब एकै थरिया के चट्टा-बट्टा हैं। वहीं मौजूद उदय कहन लागे कि साफ-सुथरे आदमी का वोट दें क चही जो शिक्षित और सामाजिक होए, ताकि कउनो योजना आवै तो जरूरतमंद लोगन का वो लाभ दिलावै। उदय की बात का समर्थन बगल में बैठे पप्पू व संजय ने भी किया। तभी पीछे से मलखान सिंह, अजीत व अंशू कहन लागे कि अपन-अपन वोट सब लोग बड़ा सोच-समझ के दीन्हेव। काहे कि अगर इ टाइम गलती कर दीन्हेव तो पूरे पांच साल पछितइहौ। इहै लिए शिक्षित व योग्य प्रत्याशी का चुनाव करेव। इतना सुनते ही सभी लोगों ने एक सुर में सहमति जताई कि दागी को हम वोट नहीं देंगे। बल्कि पढ़े-लिखे व साफ सुथरी छवि के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करेंगे।