कुरसौली में डेंगू से युवती की मौत, दहशत में ग्रामीण
दो दिन में 14 ग्रामीणों में हो चुकी है डेंगू के संक्रमण की पुष्टि । क्रॉसर - 200
जागरण संवाददाता, कानपुर : कल्याणपुर ब्लाक के कुरसौली गांव में वायरल के साथ डेंगू बुखार ने लोगों को शिकार बनाना शुरू कर दिया है। रविवार को यहां डेंगू से एक युवती की मौत हो गई। इससे पहले भी यहां अलग-अलग तीन लोगों की बीमारी से मौत हो चुकी है। ऐसे में ग्रामीण दहशत में है। कई ग्रामीण गांव भी छोड़कर जा चुके हैं। वहीं डेंगू से मौत की सूचना पर सीएमओ डा. नैपाल सिंह ने गांव पहुंच गए। उन्होंने मेडिकल टीम से ग्रामीणों की जांच कराई।
कल्याणपुर ब्लाक के कुरसौली गांव निवासी पूर्व प्रधान हरीशंकर गौतम की 23 वर्षीय पुत्री जूली और 25 वर्षीय संगीता को कई दिन से बुखार था। दोनों को पालीटेक्निक चौराहे के पास स्थित नर्सिग होम में भर्ती कराया गया। हरीशंकर के मुताबिक जांच में दोनों में डेंगू की पुष्टि हुई। शनिवार रात जूली की हालत गंभीर हो गई। प्लेटलेट्स गिरने से ब्लीडिंग होने लगी। रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। वहीं संगीता अभी आइसीयू में है। इससे पहले गांव के 54 वर्षीय शिवराम, 38 वर्षीय लक्ष्मी और 14 वर्षीय तन्नू की भी बुखार से मौत हो चुकी है।
डेंगू-वायरल की गिरफ्त में कुरसौली
कुरसौली गांव को स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। जानकारी के बाद भी वेक्टर बार्ड डिजीज के नोडल अफसर और सीएमओ ने स्वास्थ्य टीम नहीं भेजी। इससे हालात बिगड़ते चले गए। पिछले दो दिन में यहां 14 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई तो एक बार फिर खलबली मच गई। शनिवार देर शाम स्वास्थ्य टीम गांव पहुंची तो पता चला कि 200 से अधिक ग्रामीण बुखार की चपेट में है। इनमें से कई लोगों को डेंगू के लक्षण के चलते निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
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रैपिड कार्ड टेस्ट में डेंगू, नहीं मान रहा महकमा
कुरसौली के ग्रामीणों का कहना है कि 26 से अधिक ग्रामीण निजी अस्पतालों में भर्ती है। रैपिड एंटीजन जांच में डेंगू की पुष्टि भी हुई, लेकिन अस्पताल संचालक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं। गांव के आशीष तिवारी, क्षमा तिवारी एवं आशा में भी डेंगू की पुष्टि हुई है।
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ग्राम प्रधान समेत कई के घर मिला डेंगू का लार्वा
सीएमओ डा. नैपाल सिंह रविवार दोपहर गांव पहुंचे। उन्होंने बुखार पीड़ितों से बात की और लापरवाही न बरतने को कहा। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने घर-घर जाकर डेंगू का लार्वा ढूंढा। ग्राम प्रधान अमित सिंह, आशीष तिवारी, राम बहादुर सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, अयोध्या सिंह और शिवशंकर वर्मा के घर डेंगू का लार्वा मिला, जिसे नष्ट किया गया।
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गांव से पलायन करने लगे ग्रामीण
बिठूर : गांव में एक सप्ताह के अंदर चार मौतें हो चुकी है। इससे ग्रामीण दहशत में हैं। कई लोग गांव छोड़कर रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं। इनमें अशर्फीलाल, इस्लाम अली, काली शंकर पासवान, जमील अहमद, शहजादे खान, रामबाबू कमल, राजेश टेलर, शिवलाल प्रजापति, पुत्तन कुरील आदि शामिल हैं।
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चार जिदगी जाने पर जागा प्रशासनिक अमला
गांव में गंदगी का अंबार है। सफाई कर्मचारी आते नहीं और न ही नियमित सफाई होती है। नालियां गंदगी से पटी हैं। गांव में वायरल बुखार और डेंगू के फैलने का यही कारण माना जा रहा है। गांव में चार मौतें होने के बाद रविवार को तीस सफाईकर्मियों को लगाया गया और सफाई कराई गई।