ट्रेन में मिले 1.41 करोड़ रुपये पर दावा दिखा कंपनी ने जमा कराए 75 लाख, इनकम टैक्स विभाग तय करेगा क्लेम
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर फरवरी माह में दिल्ली से आई ट्रेन में एक बैग में नकदी मिली थी। रेलवे पुलिस ने जब्त किए गए 1.41 करोड़ रुपये का मामला आयकर विभाग को सौंप दिया था गाजियाबाद की कंपनी ने रुपये पर दावा किया था।
कानपुर, जेएनएन। फरवरी में दिल्ली से आई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस की पेंट्री कार से उतारे गए बैग से मिले 1.41 करोड़ रुपये की नकदी के मामले में आयकर विभाग ने गाजियाबाद की कंपनी से 75 लाख रुपये जमा कराए हैं। हालांकि 1.41 करोड़ रुपये अभी आयकर के पास ही जमा है। अब कर निर्धारण के बाद अगर कंपनी का सरप्लस धन निकलेगा तो वह रिफंड के लिए क्लेम कर सकेगी।
15 फरवरी की देर रात दिल्ली से आई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस की पेंट्री कार से रेलवे के कर्मचारियों के पास एक बैग उतारने का निर्देश रेलवे के इंटरकॉम पर आया था. पेंट्री कार से बैग उतार कर लाने के बाद जिस व्यक्ति को उसे देना था. शंका होने पर उसे बैग नहीं सौंपा गया था. बाद में बैग खोलने पर उसमें 1.41 करोड़ रुपये की नकदी मिली थी जिस पर मामले को जीआरपी को सौंप दिया गया। जीआरपी ने भी मामले को आयकर अधिकारियों को बुलाकर उन्हें सौंप दिया था.
इसी बीच गाजियाबाद की कंपनी बी4 एस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड ने इस रुपये पर दावा किया था। आयकर विभाग के अधिकारियों के सामने कंपनी के अधिकारी आए इस रकम को लेने के लिए अपने बयान भी दर्ज कराए। कंपनी रेलवे में टेलीकॉम, बर्थ, सीट आदि की सप्लाई का कार्य भी करती है। पूछताछ में कंपनी ने स्वीकार किया कि वह रेलवे से पहले इस तरह से सामान भेजते रहे थे लेकिन रुपये पहली बार भेजे थे।
आयकर विभाग की पूछताछ में कंपनी यह नहीं बता पाई कि यह रुपये वह कहां से लाई। इसके बाद कंपनी ने टैक्स के रूप में 75 लाख रुपये जमा किए। आयकर अधिकारियों ने उन्हें बता दिया कि 1.41 करोड़ रुपये उन्हें वापस नहीं दिए जाएंगे। उनके कर निर्धारण अधिकारी उनका कर निर्धारण जब करेंगे तो यह देखेंगे कि कितना टैक्स बन रहा है। अगर टैक्स जमा रकम से कम बन रहा होगा तो उन्हें उस धन से रिफंड हो जाएगा।