बच्ची का कलेजा खाने वाले दंपती समेत चार के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल, सजा दिलाने के लिए पुलिस प्रतिबद्ध
पुलिस ने हत्या के राजफाश से 37 दिन बाद अदालत में दायर की चार्जशीट। विवेचक प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह ने बताया कि यह घटना विरलतम श्रेणी के अपराध की है। पुलिस मजबूत पैरवी करके आरोपितों को फांसी के फंदे तक पहुंचाएंगी।
कानपुर, जेएनएन। दीपावली की रात घाटमपुर क्षेत्र के एक गांव में मंदिर के समीप किशोरी का पेट फाड़ कर नि:संतान दंपती के कलेजा खाने वाली नृशंस वारदात में पुलिस ने गिरफ्तार सभी चारों आरोपितों के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। पुलिस ने वारदात के खुलासे के 37 दिन बाद ही चार्जशीट लगाकर आरोपितों के लिए सजा की पटकथा तैयार कर दी है।
ये है पूरा मामला
क्षेत्र के एक गांव में दीपावली की शाम लापता किशोरी की अगले दिन सुबह गांव के ही मंदिर के समीप क्षत विक्षत शव मिला था। हत्यारों ने धारदार हथियार से उसका पेट काटकर सभी आंतरिक अंग निकाल लिए थे। यह वारदात पूरे प्रदेश में उस समय चर्चा का विषय बन गई थी। हालांकि पुलिस की तहकीकात में जल्द ही सामने आया कि पैसों के लालच में नर पिशाच बने गांव के अंकुल कुरील व बीरन ने हत्या करके उसका कलेजा निकालकर नि:संतान परशुराम व उसकी पत्नी सुनैना को दिया था। संतान की आस में नरभक्षी बने दंपती ने बच्ची का कलेजा कच्चा ही खा लिया था। परशुराम ने ही अंकुल को 500 व बीरन को एक हजार रुपये कलेजा लाने के लिए दिया था। फिलहाल घटना के बाद पुलिस ने चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
इनका ये है कहना
विवेचक प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह ने बताया कि यह घटना विरलतम श्रेणी के अपराध की है। आरोपितों के खिलाफ मजबूत साक्ष्य संकलन कर आरोप पत्र न्यायालय मे दाखिल किया गया है। पुलिस मजबूत पैरवी कर आरोपितों को फांसी के फंदे तक पहुंचाएंगी। उन्होंने बताया कि चार्जशीट में हत्या के अलावा आरोपित अंकुल व बीरन द्वारा बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने के साक्ष्य भी लगाए गए हैं।