उपचुनाव: घाटमपुर की विरासत बचाने के लिये भाजपा ने झोंकी ताकत, मतगणना से पूर्व आयोजित की बैठक
भाजपा ने 2017 में पहली बार घाटमपुर विधानसभा क्षेत्र की सीट जीती थी। दिवंगत कमल रानी वरुण ने भाजपा को यह जीत दिलाई थी। इस वर्ष उनके निधन के बाद अब भाजपा के सामने इस सीट को दोबारा बचाने की चुनौती है।
कानपुर, जेएनएन। घाटमपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने के बाद भी भाजपा अपना वर्चस्व कायम रखना चाहती है।विरासत बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने मतगणना में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसके लिए पार्टी ने पूर्व जिलाध्यक्षों तक को अपना मतगणना एजेंट बनाया है। रविवार को सभी मतगणना एजेंट को कानपुर भी बुलाया गया है। क्षेत्रीय कार्यालय के पास ही एक रेस्टोरेंट में उनकी बैठक होगी जिसमें उन्हें बताया जाएगा कि मतगणना को लेकर क्या-क्या ध्यान रखना होगा।
मुख्य चुनाव अभिकर्ता वेदव्रत सचान रहेंगे मौजूद
भाजपा ने 2017 में पहली बार घाटमपुर विधानसभा क्षेत्र की सीट जीती थी। दिवंगत कमल रानी वरुण ने भाजपा को यह जीत दिलाई थी। इस वर्ष उनके निधन के बाद अब भाजपा के सामने इस सीट को दोबारा बचाने की चुनौती है। मतदान का दौर तो गुजर चुका है लेकिन अब मतगणना का समय आया है। हालांकि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं रहती है लेकिन इसके बाद भी पार्टी यह भी नहीं चाहती कि कहीं वोट की गिनती तक में कोई गलती हो। मुख्य चुनाव अभिकर्ता अरविंद सचान के बाद पार्टी ने जहां जिला महामंत्री वेदव्रत सचान को मुख्य चुनाव अभिकर्ता बनाया था। मतगणना के दौरान वे तो मौजूद रहेंगे ही। इसके अलावा पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह चौहान, राहुल अग्नहोत्री, मदन पांडेय जैसे बड़े पदाधिकारी मतगणना एजेंट की टेबल पर रहेंगे। क्षेत्र के पदाधिकारी प्रमोद अग्रहरि, अमोल सिंह, जयवीर पाल आदि भी इसमें शामिल हैं। रविवार को होने वाली इस बैठक में क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, कानपुर नगर ग्रामीण जिलाध्यक्ष कृष्ण कुमार, विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक रहेंगे।