कुछ ऐसा है मतदान का उत्साह, सत्तर साल के बेटे की गोद में वोट डालने पहुंची 115 वर्षीय मां
घाटमपुर विधानसभा उपचुनाव में बुजुर्गों ने पहले मतदान बाद में दूसरा काम का संदेश देते हुए 92 वर्षीय राधेश्याम और 85 वर्षीय रामऔतार समेत कई बुजुर्गों ने बूथों पर पहुंचकर सुबह मतदान करके लोकतंत्र की मजबूती में भागीदारी निभाई।
कानपुर, जेएनएन। घाटमपुर विधानसभा उपचुनाव के तहत मंगलवार को मतदान में बुजुर्गों का उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही बुजुर्ग मतदान केंद्रों में बेटे-बेटियों और नातियों की मदद से पहुंचकर पहले मतदान बाद में दूसरा काम का संदेश दिया। वहीं दिव्यांगों में भी वोट डालने का खासा उत्साह रहा, व्हील चेयर और बैसाखी के सहारे वे मतदान के लिए बूथों पर पहुंचे।
बेटे की गोद में बूथ पर पहुंची बुजुर्ग मां
उपचुनाव में जनता इंटर कालेज मतदान केंद्र में 115 वर्षीय जमुनी देवी 70 वर्षीय बेटे राजाराम की गोद में मतदान करने पहुंची। राजाराम ने बताया मां शुरु से मतदान के दिन सबसे पहले वोट डालने जाती रही हैं। मंगलवार सुबह से वह वोट डालने की रट लगाए थी। उन्होंने सुबह का नाश्ता भी नहीं किया, उनकी जिद्द पर वह उन्हें गोद में लेकर बूथ पर मतदान कराने पहुंच गए। वोट डालने के बाद बुजुर्ग बहुत खुश नजर आ रही थीं।
बूथों पर सबसे पहले पहुंचे बुजुर्ग
घटामपुर निवासी 92 वर्षीय राधेश्याम ने सुबह 7:00 बजे बेटी अंजू के साथ हाथ में छड़ी लेकर घाटमपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय आदर्श मतदान केंद्र पहुंच कर पहला मतदान किया। मतदान केंद्र से बाहर निकलते समय मतदाता ने पूछा बाबा इतनी जल्दी तो उन्होंने पहले मतदान बाद में दूसरा काम की बात कह कर संदेश दिया। इसी बीच मतदान केंद्र के बाहर ड्यूटी कर रहे हरियाणा पुलिस सिपाही विजय कुमार ने उनका हाथ पकड़कर हाईवे पार कराया। मतदान केंद्र में 80 वर्षीय किशनपाल, 70 वर्षीय मोहनलाल और 65 वर्षीय दुलारी ने सुबह 8 बजे तक मतदान करके अपनी पहली जिम्मेदारी पूरी की। सराय गांव के प्राथमिक स्कूल में बने मतदान केंद्र पहुंच कर 85 वर्षीय रामऔतार, 70 वर्षीय प्रेम नारायण, 77 वर्षीय बुद्धू लाल ने सुबह जल्दी मतदान केंद्र पहुंचकर वोट डाला।