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जकात की रकम से कोरोना रोगियों का कराएं इलाज, शहरकाजी बोले-एक दूसरे की करें मदद

संक्रमितों को आक्सीजन सही समय पर उपलब्ध हो सके इसके लिए भी विचार विमर्श किया गया। शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीब ने कहा कि संपन्न मुस्लिम जकात की रकम का एक हिस्सा प्रदेश व शहर के उन लोगों पर खर्च करें जो कोरोना महामारी पीडि़त हैं।

By Akash DwivediEdited By: Published: Sat, 24 Apr 2021 03:23 PM (IST)Updated: Sat, 24 Apr 2021 03:23 PM (IST)
जकात की रकम से कोरोना रोगियों का कराएं इलाज, शहरकाजी बोले-एक दूसरे की करें मदद
रमजान के मुकद्दस महीने में लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद करें

कानपुर, जेएनएन। शहरकाजी मुफ्ती साकिब मिस्बाही ने मुस्लिमों से अपील की है कि इस वर्ष जकात का रुपया कोरोना रोगियों के इलाज पर खर्च करें.जकात की रकम से कोरोना रोगियों का इलाज कराएं। रमजान में संपन्न लोग हर साल अपने माल से ढाई फीसद जकात निकाल कर गरीबों, यतीमों, जरूरतमंदों को दान करते हैं। इस वक्त कोरोना महामारी हर तरफ लोगों को अपना शिकार बना रही है। कोई दवाई नहीं खरीद सकता तो किसी को आक्सीजन नहीं मिल रहा है। कई मरीज तो अस्पतालों में भर्ती होने के लिए भटक रहे है। कई गरीब ऐसे हैं जो अपना इलाज नहीं करा सकते। ऐसे लोगों की जकात की रकम से मदद करें, उनका इलाज कराएं।

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कोरोना महामारी को लेकर रूपम चौराहा स्थित एक हाल में शहरकाजी व उलमा की बैठक हुई। बैठक में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या पर चिंता जताई गई।

संक्रमितों को आक्सीजन सही समय पर उपलब्ध हो सके, इसके लिए भी विचार विमर्श किया गया। शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीब ने कहा कि संपन्न मुस्लिम जकात की रकम का एक हिस्सा प्रदेश व शहर के उन लोगों पर खर्च करें जो कोरोना महामारी पीडि़त हैं। अस्पतालों में गरीबों को आक्सीजन, दवाइयां आदि के लिए रुपये दें। उन्होंने कहा कि जिसने एक इंसान की जान बचाई, उसने पूरी मानवता की जान बचाई। रमजान के मुकद्दस महीने में लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद करें।

कोरोना से बचाव के लिए जारी की गई गाइड लाइन का खुद भी पालन करें तथा दूसरों को भी उसका पालन करने के लिए जागरूक करें। बैठक में असद सिद्दीकी, मौलाना शाह आलम बरकाती, मौलाना गुलाम मुस्तफा, महबूब आलम खान, मुफ्ती रफी अहमद निजामी आदि रहे। 


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