शहर में धुआं-धुआं हुए कूड़ा निस्तारण के दावे
शहर के लिए कूड़ा नासूर बनता जा रहा है। जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर ये बताने के लिए काफी हैं कि कूड़ा प्रबंधन के हालात क्या हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर: शहर के लिए कूड़ा नासूर बनता जा रहा है। जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर ये बताने के लिए काफी हैं कि कूड़ा प्रबंधन के हालात क्या हैं। भाऊ सिंह पनकी में स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट बंद पड़ा है। एक माह से पहले इसके शुरू होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। गलियों-मोहल्लों से कूड़ा उठान ठप है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की लंबी-चौड़ी फौज तो है, लेकिन उनका गैर जिम्मेदाराना रवैया मुसीबत की सबसे बड़ी वजह है।
शहर में नगर निगम का कूड़ा उठान सिस्टम पूरी तरह फेल हो चुका है। शहर में बनाए गए कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन गंदगी से पटे पड़े हैं। बेशक शासन ने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी प्रमिला निरंजन को यहां तैनात कर दिया है, एक नगर स्वास्थ्य अधिकारी और छह जोनल स्वास्थ्य अफसर, दो दर्जन सेनेटरी इंस्पेक्टर पहले से हैं। इसके बावजूद शहर के हालात ये बताने के लिए काफी हैं कि अफसर अपना काम कितनी संजीदगी से कर रहे हैं।
प्लांट चलाने के लिए ढूंढी जा रही कंपनी
कूड़ा निस्तारण प्लांट चलाने के लिए कंपनियां ढूंढी जा रही हैं। हाल ही में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की सलाहकार रागिनी जैन ने नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा, पर्यावरण अभियंता आरके पाल और अधिशासी अभियंता आरके सिंह से मुलाकात की थी। उन्होंने बताया था कि सिस्टम को व्यवस्थित ढंग से शुरू किया जाएगा। एक माह की कार्ययोजना बनाकर प्लांट शुरू कर देंगी। नगर आयुक्त ने बताया कि कई और कंपनियों और सलाहकारों से बात की जा रही है। प्लांट शुरू होने में कम से कम एक माह और लगेगा।
ईधन बनाने के लिए कर्मचारी कर रहे खेल
ईधन बचाने के लिए नगर निगम कर्मचारी कूड़ा उठाकर गड्ढे और खाली जगहों पर डाल रहे हैं। शारदा नगर क्रासिंग से नमक फैक्ट्री चौराहे के बीच बनी ग्रीन बेल्ट इसका उदाहरण है। इसके अलावा सीओडी क्रासिंग से रामादेवी जाने वाले रास्ते पर, पनकी क्षेत्र, नारामऊ, आवास विकास कल्याणपुर समेत कई जगह यही हालात हैं।
स्मार्ट स्टेशन बने कूड़ाघर
नगर आयुक्त के आदेश पर भी स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन चुन्नीगंज में फैली गंदगी और मलबा को हटाया नहीं जा सका। रखरखाव न होने के चलते कई वाहन कबाड़ हो गए। दो दिन से आठ वाहन सामान चोरी होने की वजह से खड़े हैं। यही हाल भगवतदास घाट, जनता नगर बर्रा व पनकी-कल्याणपुर स्टेशन का है।
जनता ने बंद किया कूड़ाघर, गंदगी उठाना मुश्किल
छपेड़ापुलिया के पास बने कूड़ाघर को जनता ने ही बंद कर दिया है। अब नगर निगम के सामने कूड़ा उठाने की समस्या है। यहां दो किलोमीटर दूरी तक कूड़ाघर ही नहीं है।
यहां लगे गंदगी के ढेर
ग्वालटोली, परमट, भैरोघाट, न्यू सिविल लाइंस, श्याम नगर, जरौली, यशोदानगर, सैनिक नगर, अशोक नगर कल्याणपुर, गूबा गार्डन, विश्वबैंक बर्रा समेत कई जगह गंदगी के ढेर लगे हुए है। कूड़ा निस्तारण प्लांट के लिए कंपनियों से बात चल रही है। शहर में कूड़ा उठान की व्यवस्था देखने के लिए अपर नगर आयुक्तों को जिम्मेदारी सौंपी है। कर्मचारियों की जांच के लिए सुबह अफसरों की टीम भी लगाई गई है।
- संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त कूड़ा उठान की स्थिति
1350 मीट्रिक टन रोज कूड़ा निकलता है शहर में ।
32 स्वास्थ्य अफसर लगे हैं इसकी निगरानी के लिए ।
5000 कर्मचारी सफाई कर गंदगी कूड़ाघर तक पहुंचाते हैं।
1100 मीट्रिक टन कूड़ा ही प्रतिदिन उठ पाता है शहर से ।
15 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा कूड़े का ढेर लगा प्लांट में ।
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जनता से बातचीत
प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, लेकिन सफाई साफ होने के बजाए और गंदगी बढ़ती जा रही है। सांस लेना मुश्किल हो गया है।
शिवम दुबे, चकेरी
टैक्स देने के बाद भी गंदगी से निजात नहीं मिल पा रही है। नियम तोड़ने पर जनता पर जुर्माना लगाया जाता है लेकिन अफसरों पर कौन जुर्माना लगाएगा।
गीता अग्रवाल, बर्रा
बाजारों का हाल बेहाल है। सीसामऊ बाजार में नालियों की सफाई नहीं होती है। मच्छरों का आतंक बढ़ रहा है।
मनी वर्मा, सीसामऊ
बाजार होने के बाद भी दोपहर तक गंदगी पड़ी रहती है। पहले कूड़ा उठाने की टीम आती थी अब नहीं आती है।
रोहन सिंह, गुमटी