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उफान पर गंगा, कानपुर समेत फर्रुखाबाद, कन्नौज और उन्नाव के तटवर्ती गांवों में बाढ़ के हालात

पहाड़ों पर बारिश और नरौरा से पानी छोड़े जाने के बाद गंगा नदी का बहाव उफान पर है। जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच जाने से तटवर्ती गांवों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। गांवों में पानी भर जाने से लोग सुरक्षित ठिकाने तलाशने में जुट गए हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 08:58 AM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 08:58 AM (IST)
उफान पर गंगा, कानपुर समेत फर्रुखाबाद, कन्नौज और उन्नाव के तटवर्ती गांवों में बाढ़ के हालात
गंगा में बाढ़ से परिवार पलायन कर रहे हैं।

कानपुर, जागरण टीम। पहाड़ों पर हो रही बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। फर्रुखाबाद, कन्नौज और उन्नाव में गंगा और काली नदी का पानी बढऩे से कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं तो कानपुर में भी गंगा किनारे गांवों तक पानी पहुंच गया है। गंगा किनारे कटान शुरू हो गई है और गांवों से लोग पलायन करने लगे हैं।

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कानपुर में नदी का जलस्तर बढ़ा : शहर में गंगा और पांडु नदी का जलस्तर बढ़ने से खतरा बन गया है। तटवर्ती गांवों में लोग सुरक्षित स्थानों के लिए पलायन करने लगे हैं। बिल्हौर, शिवराजपुर और चौबेपुर के कुछ गांवों में गंगा नदी का पानी घुसना शुरू हो गया है तो बिठूर में ब्रह्मखूंटी पानी में डूब गई है। पांडु नदी में चार इंच जलस्तर बढ़ जाने से कई इलाकों में पानी घुस गया है। घरों के अंदर दो से चार फीट तक पानी भर गया है। इसके चलते लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। पनका गांव में जलभराव में फंसे लोग नाव से निकल रहे हैं। गोपालपुरम, पनका गांव, मेहरबान सिंह पुरवा, वरुण विहार कच्ची बस्ती में पानी भर गया। इससे लोगों की गृहस्थी भीग गई। इसके चलते दस हजार से ज्यादा आबादी प्रभावित है। ई ब्लाक बर्रा आठ में भी पानी भरा है। पनका गांव में पानी भरने के कारण लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। वरुण विहार में बने पंपिंग स्टेशन के बाहर बस्तियों के लोगों ने रहने के लिए टेंट लगाना शुरू कर दिया है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया कि गंगा का जलस्तर घटने के साथ ही पांडु नदी का भी पानी घटेगा।

फर्रुखाबाद के गांवों में बाढ़ : गंगा का जलस्तर पांच सेमी. बढ़कर खतरे के निशान 137.10 मीटर पर पहुंच गया है। रामगंगा का जलस्तर 45 सेमी बढ़कर 137.65 मीटर पर पहुंच गया है। बाढ़ का पानी शहर के हैवतपुर गढिय़ा स्थित कांशीराम कालोनी तक पहुंच गया है। क्षेत्र के करीब 150 गांवों के लोग प्रभावित हैं।

कन्नौज में भी खतरे के निशान पर गंगा : यहां भी सोमवार सुबह गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु और पार कर चुका है। सहायक नदी काली भी उफान पर है, इससे कटरी कासिमपुर समेत आसपास के आठ गांवों में पानी प्रवेश कर गया है। गंगा किनारे के गांवों में बाढ़ की स्थिति होने से परिवार पलायन करने लगे हैं। कन्नौज सदर एसडीएम उमाकांत तिवारी ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य जारी है।

उन्नाव में भी उफान पर गंगा : यहां गंगा नदी का जलस्तर बीते 20 घंटों में 27 सेंटीमीटर और बढ़ गया है। सोमवार को गंगा का जलस्तर 112.430 मीटर हो गया है। गंजमुरादाबाद, बांगरमऊ, फतेहपुर चौरासी, सफीपुर, परियर, शुक्लागंज, अचलगंज कटरी, बीघापुर क्षेत्र की करीब दो हजार बीघा से अधिक फसल पानी में डूब चुकी है। बीघापुर तहसील के गांव गढ़ेवा में सड़क गंगा की कटान में आने से बीघापुर से कानपुर जीटी रोड का संपर्क टूट गया है। वहीं कटरी के गांवों की सीमा तक गंगा का पानी पहुंचने से लोग सुरक्षित जगह पर ठिकाना तलाशने लगे हैं।


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