बैराज से सिद्धनाथ घाट तक का क्षेत्र होगा कूड़ा मुक्त
नमामि गंगे के तहत शुरू हुआ सर्वे, घाटों से एक किलोमीटर तक हटेगी गंदगी
जागरण संवाददाता, कानपुर : गंगा बैराज से सिद्धनाथ घाट तक का क्षेत्र कूड़ा मुक्त होगा। घाटों से एक किलोमीटर दूरी तक गंदगी हटाई जाएगी। रास्ते में पड़ने वाले सभी कूड़ाघर हटा दिए जाएंगे। गंगा को निर्मल-अविरल करने के साथ ही उससे जुड़े क्षेत्रों को गंदगी से मुक्त रखा जाएगा।
शहरी विकास मंत्रालय के आदेश के बाद नगर निगम ने खाका तैयार करना शुरू कर दिया है। इसके तहत पहले चरण में वीआइपी रोड को कूड़े से मुक्त कराया जा रहा है। भैरोघाट व रानीघाट जाने वाले रास्ते से कूड़ाघर हटाया जाएगा। बाबाघाट के पास बने ग्रीनपार्क रोड में बने कूड़ाघर को हटाया जाएगा। साथ ही सिद्धनाथ घाट को भी गंदगी से मुक्त रखा जाएगा।
यह घाट होगे गंदगी मुक्त
गंगा बैराज, परमियापुरवा, कोयला घाट, बुढि़याघाट, डबकेस्वर घाट, बाबा घाट, परमट घाट, भैरोघाट, भगवतदास घाट, मैगजीन घाट, गोला घाट, सत्ती चौरा घाट, गुप्तार घाट, मैस्कर घाट, सिद्धनाथ घाट, सरसैया घाट और उसके जुड़े एक किलोमीटर दूरी को घाट से मुक्त कराया जाएगा।
उर्सला व जच्चा बच्चा अस्पताल से हटा कूड़ा दूसरी जगह मुसीबत
एनजीटी द्वारा गठित सालिड वेस्ट मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमैन डीपी सिंह के आदेश पर उर्सला और जच्चा बच्चा अस्पताल जीटी रोड से कूड़ाघर हटा दिया गया है, लेकिन दूसरी जगह अब कूड़ा मुसीबत बन गया है। डीसी लॉ कालेज व परेड की तरफ कूड़ा रखने की व्यवस्था की गई है लेकिन डस्टबिन में कूड़ा न डालकर सड़क पर डाला जा रहा है जो जनता के लिए मुसीबत बन रहा है।
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भैरोघाट, बाबा घाट और सिद्धनाथ घाट के पास से चार कूड़ाघर हटाए जाएंगे। इसका सर्वे हो गया है। तीन जगह का कूड़ा चुन्नीगंज ट्रांसफर स्टेशन भेजा जाएगा। हटाए गए कूड़ाघरों की गंदगी को व्यवस्थित की जाएगी।
- संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त
एक नजर में हाल
172 खुले में कूड़ाघर
2 कूड़ाघर हटे
1350 मीट्रिक टन रोज कूड़ा निकलता है।
1000 मीट्रिक टनकूड़ा रोज उठता है।
350 मीट्रिक टन कूड़े का रोज निस्तारण होता है।
70 वार्डो से ही घर-घर कूड़ा उठ रहा है।
5000 सफाई कर्मचारी हर माह सफाई में खर्च होते 2.25 करोड़ ईधन
कानपुर : नगर निगम हर माह कूड़ा उठान में 2.25 करोड़ रुपये खर्च करता है। इसके बाद भी तमाम इलाकों में रोज कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। कूड़ा वाहन जर्जर हो गए है। 70 वाहनों के माध्यम से कूड़ा उठाया जा रहा है जबकि जरूरत 135 नए वाहनों की है। नगर निगम वित्तीय वर्ष में डीजल के मद में बढ़ोत्तरी की है। 30 करोड़ रुपये रखे है।