इटावा में सिपाही की हत्या का मुकदमा लिखने को तैयार नहीं मित्र पुलिस, भटक रहे स्वजन
पुलिसिया कार्यशैली की स्याह तस्वीर इटावा और अयोध्या के चक्कर काट रहे स्वजन आठ अक्टूबर को इटावा में मिला था राम जन्मभूमि थाने में तैनात सिपाही का शवअंतिम संस्कार के बाद 12 अक्टूबर को अयोध्या के राम जन्मभूमि थाने में मुकदमा दर्ज कराने गए थे
इटावा, जेएनएन। आइए, आपको मित्र पुलिस की कार्यशैली की स्याह तस्वीर दिखाते हैं। महकमे के सिपाही की मौत के बाद उसके स्वजन हत्या का मुकदमा दर्ज कराने के लिए अयोध्या और इटावा के थानों के बीच चक्कर काट रहे हैं। स्वजन को सात-सात घंटे थाने पर बैठाने के बावजूद पुलिस मुकदमा दर्ज करने को तैयार नहीं है। सिपाही की गुमशुदगी अयोध्या के थाने में दर्ज की गई थी। इस मामले में संदेह के दायरे में आई महिला सिपाही व उसकी बहन से अयोध्या पुलिस ने पूछताछ भी की थी।
इटावा के लवेदी थानाक्षेत्र में डबहा गांव के पास एक अज्ञात युवक का शव आठ अक्टूबर की सुबह मिला था। 10 अक्टूबर को उसकी पहचान अयोध्या के राम जन्मभूमि थाने में तैनात सिपाही योगेश चौहान निवासी बालाजी पुरम् मथुरा के रूप में हुई थी। वह सात अक्टूबर को सात दिन का अवकाश लेकर घर के लिए चला था। सिपाही के भाई सुनील व चचेरे भाई रवि ने बताया कि अपने सात स्वजन के साथ बुधवार सुबह करीब 9 बजे लवेदी थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराने आए थे लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। सुबह 9 बजे से थाने में बैठे रहे, तहरीर दी लेकिन शाम चार बजे थाना प्रभारी ने मामला राम जन्मभूमि थाने में दर्ज कराने की बात कहकर लौटा दिया।
सुनील ने बताया कि भाई के अंतिम संस्कार के बाद 12 अक्टूबर को अयोध्या के राम जन्मभूमि थाने में मुकदमा दर्ज कराने गए थे तो थाना प्रभारी ने मामला लवेदी थाने का बताकर लौटा दिया था। वहां एसएसपी दीपक कुमार को प्रार्थना पत्र दिया लेकिन उन्होंने भी मामला लवेदी थाने का बताया और एडीजी कानपुर जोन से बात होने की कहकर वापस भेज दिया। बताते हैं कि मामले में संदेह के दायरे में आई राम जन्मभूमि थाने की एक महिला सिपाही, उसकी बड़ी बहन व कुछ अन्य लोगों को अयोध्या पुलिस आगरा से पूछताछ के लिए ले गई थी।
इनका ये है कहना
किसी को नहीं भगाया है। मामला उ'चाधिकारियों की जानकारी में है। उनके निर्देशानुसार कार्रवाई होगी। मामले से संबंधित पोस्टमार्टम आदि के कागजात अयोध्या भेजे गए हैं। सिपाही के स्वजन को उन्हें लेकर आने को कहा गया है। - बृजेश कुमार, लवेदी थाना प्रभारी