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शहर की सौम्या को देश स्तर पर चौथा स्थान

शहर की सौम्या सखूजा ने कंपनी सचिव एग्जीक्यूटिव प्रवेश परीक्षा में शहर में टॉप किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 02:00 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 02:00 AM (IST)
शहर की सौम्या को देश स्तर पर चौथा स्थान
शहर की सौम्या को देश स्तर पर चौथा स्थान

जागरण संवाददाता, कानपुर : शहर की सौम्या सखूजा ने कंपनी सचिव एग्जीक्यूटिव प्रवेश परीक्षा में शहर में टॉप किया है, जबकि देश स्तर पर चौथे नंबर पर रहीं। शहर स्तर पर ऋषि खंडेलवाल दूसरे, नंदिनी गुप्ता तीसरे, शिवम गुप्ता चौथे, गुरचेतन सिंह, महिमा चौरसिया पांचवें और अर्जुन सोढ़ी छठे स्थान पर रहे। प्रवेश परीक्षा में कानपुर से सात परीक्षार्थियों ने टॉप 25 की सूची में स्थान बनाया है।

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सोमवार को गुमटी नंबर पांच स्थित कंपनी सचिव संस्थान के कानपुर चैप्टर में आयोजित कार्यक्रम में टॉपर बच्चों को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि आयकर अधिकारी शशि कला नैयर और संस्थान के चेयरमैन मनोज यादव ने उन्हें मेडल पहनाया। इस मौके पर उपाध्यक्ष मनीष शुक्ला, सचिव अरविद कटियार, कोषाध्यक्ष वैभव अग्निहोत्री, सदस्य गोपेश साहू रहे।

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भाई भी कंपनी सचिव है। उसने मुझे भी प्रेरित किया। पापा विशाल सखूजा और मम्मी एकता ने पढ़ने में पूरा सहयोग किया। पहले से ही शेड्यूल बनाकर प्रतिदिन छह से आठ घंटे पढ़ाई की।

- सौम्या सखूजा, राष्ट्रीय रैंक 04, सिटी रैंक 01, निवासी काकादेव।

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प्रतिदिन टाइम टेबल बनाकर छह घंटे पढ़ाई की। वर्तमान दौर में जैसे-जैसे कंपनियां बढ़ रही हैं, कंपनी सचिव की जरूरत भी बढ़ती जा रही है।

- ऋषि खंडेलवाल, राष्ट्रीय रैंक 17, सिटी रैंक 02, निवासी अशोक नगर।

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बहुत ज्यादा पैनिक कभी नहीं हुई। सुबह दो घंटे और शाम को दो घंटे पढ़ाई की। रिवीजन भी रोज किया। इसके साथ ही एलएलबी करने का भी विचार है।

- नंदिनी गुप्ता, राष्ट्रीय रैंक 18, सिटी रैंक 03, निवासी शास्त्री नगर।

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मूल रूप से बांदा का निवासी हूं। कानपुर में आकर पढ़ाई की। कोरोना की वजह से घर लौटना पड़ा। इसके बाद आनलाइन तैयारी पर ही पूरा फोकस किया।

- शिवम गुप्ता, राष्ट्रीय रैंक 19, सिटी रैंक 04

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मम्मी की एक सहयोगी ने कंपनी सचिव में जाने के लिए सलाह दी। रोज ही पांच से छह घंटे पढ़ाई की। अपना बिजनेस करने का लक्ष्य है, लेकिन पहले नौकरी करनी है।

- गुरचेतन सिंह, राष्ट्रीय रैंक 20, सिटी रैंक 05, निवासी लाजपत नगर।

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सुना था कि कंपनी सचिव का कोर्स काफी कठिन होता है और इसमें चुने जाने के बाद बहुत मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए प्रवेश की तैयारी में ही 12 से 13 घंटे पढ़ाई की, जिससे सफलता मिली।

- महिमा चौरसिया, राष्ट्रीय रैंक 20, सिटी रैंक 05, निवासी उदितपुर बिठूर।

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मामा कंपनी सचिव हैं। उन्होंने ही प्रवेश की तैयारी के लिए प्रेरित किया। उनकी ओर से उपलब्ध कराई किताबों को पढ़कर सफलता पाई।

- अर्जुन सोढ़ी, राष्ट्रीय रैंक 24, सिटी रैंक 06, निवासी लखनपुर।


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