राजस्थान में पकड़े गए कानपुर के चार एटीएम हैकर, गिरोह बनाने से पहले सीखी थी हैकिंग
कानपुर के रहने वाले आरोपितों के पास से 1.92 लाख रुपये 49 एटीएम कार्ड और कार बरामद हुई है। आरोपितों ने अबतक 10 एटीएम से छेड़छाड़ कर लाखों रुपये पार किए हैं। सरगना ने हैकिंग सीखने के बाद गिरोह तैयार किया था।
कानपुर, जागरण संवाददाता। शहर के चार एटीएम हैकरों को राजस्थान की बाड़मेर जिले की पुलिस ने जेल भेजा है। पुलिस ने आरोपितों के पास से 1.92 लाख रुपये, 49 एटीएम कार्ड और एक कार बरामद की है। कानपुर का रहने वाले सरगना ने हैकिंग सीखने के बाद गिरोह बनाया और एटीएम हैक करके ठगी का धंधा शुरू किया था, अबतक पंद्रह लाख रुपये से भी ज्यादा की रकम पार कर चुका है।
राजस्थान स्थित एसबीआइ की बालोतारा के नाकोड़ा रोड शाखा के अकाउंटेंट महेश कुमार ने कुछ दिनों पहले बैंक की अलग-अलग 10 शाखाओं से करीब 15 लाख रुपये से अधिक की रकम निकाले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। टीम ने रविवार को एटीएम हैकर गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने अपने नाम चकेरी के शिवपुरी निवासी प्रशांत यादव उर्फ राजू, पटेल नगर निवासी कुलदीप पाल, महराजपुर निवासी सूरज, मूलरूप से उरई निवासी अजय कुमार बताया।
पुलिस ने आरोपितों के पास से 1.92 लाख रुपये, 49 एटीएम कार्ड और एक कार बरामद की। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए गैंग का सरगना कुलदीप पाल है। आरोपित एटीएम से छेड़छाड़ कर उसमें से रकम निकालते थे। आरोपितों ने 10 एटीएम से 15 लाख रुपये से अधिक की रकम निकाली है।
हैकिंग सीखकर बनाया गैंग
पुलिस ने बताया कि चकेरी निवासी कुलदीप 2017 में नौबस्ता निवासी कमलकांत के साथ एटीएम हैकिंग करता था। कुलदीप लोगों से एटीएम कार्ड लेकर कमलकांत को देता था। जिसके बदले में कमलकांत उसे प्रति एटीएम के 1500 से 5000 रुपये देता था। कुलदीप ने कमलकांत से ही एटीएम हैकिंग सीखी। जिसके बाद दोनों में विवाद हो गया। जिस पर कुलदीप ने अपना नया गैंग बनाकर हैकिंग शुरू कर दी। अभी हाल ही में कमलकांत को भी उड़ीसा पुलिस ने एटीएम हैकिंग के मामले में जेल भेजा था।