TMC के पूर्व राज्यसभा सदस्य पर कानपुर के भी हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये ठगने का आरोप
पांच हजार निवेशकों का पैसा फंसा होने का है अनुमान मगर सामने आए केवल 150। कोतवाली में दर्ज मुकदमे की जांच कर रही है पुलिस की आर्थिक अनुसंधान शाखा। चकेरी निवासी पवन मिश्रा ने वर्ष 2019 में कोतवाली थाने में धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज कराया था।
कानपुर, जेएनएन। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व राज्यसभा सदस्य केडी सिंह पर कानपुर के निवेशकों के ढाई से तीन हजार करोड़ रुपये डकारने का आरोप है। एक अनुमान है कि पूर्व सांसद की कंपनियों में स्थानीय लगभग पांच हजार लोगों ने निवेश किया था। इस प्रकरण का एक मुकदमा थाना कोतवाली में दर्ज हुआ था, जिसकी जांच पुलिस की आर्थिक अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) कर रही है।
अमानत में खयानत का दर्ज हुआ था मुकदमा
चकेरी निवासी पवन मिश्रा ने वर्ष 2019 में कोतवाली थाने में धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें केडी सिंह और उनकी कंपनियां के डायरेक्टर सतेंद्र सिंह, सुचेता खेमका, जय प्रकाश, बृजमोहन महाजन, छत्रसाल सिंह, नरेंद्र सिंह राणावत, नंदकिशोर को आरोपित बनाया गया था। आरोप है कि पूर्व सांसद की कंपनियों अलकेमिस्ट इंफ्रा लिमिटेड, अलकेमिस्ट टाउनशिप में निवेश करने के लिए वर्ष 2010 में निवेशकों को प्लाट व बसें देने या मकान देने या 18 फीसद ब्याज के साथ पैसा लौटाने का झांसा दिया गया था। पवन की तहरीर पर पहले कोतवाली पुलिस ने जांच की, बाद में जांच को ईओडब्ल्यू स्थानांतरित कर दिया गया। ईओडब्ल्यू अधिकारियों के मुताबिक अब तक 150 लोगों के बयान दर्ज कराए जा चुके हैं।