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महिला वीडीओ के उत्पीड़न में फर्रुखाबाद के पूर्व डीपीआरओ पर लगे आरोप मिले सही

फर्रुखाबाद में डीपीआरओ के पद पर तैनात रहे अमित त्यागी पर महिला वीडीओ द्वारा लगाए गए आरोप जांच में सही पाए गए। इस मामले में गठित विशाखा समिति की रिपोर्ट सामने आ गई है। इस मामले में पूर्व डीपीआरओ और सफाई कर्मी पर आरोप लगे थे।

By Sarash BajpaiEdited By: Published: Fri, 05 Feb 2021 09:42 PM (IST)Updated: Fri, 05 Feb 2021 09:42 PM (IST)
महिला वीडीओ के उत्पीड़न  में फर्रुखाबाद के पूर्व डीपीआरओ पर लगे आरोप मिले सही
पूर्व डीपीआरओ पर लगाए उत्पीड़न के आरोप मिले सही।

कानपुर, जेएनएन। फर्रुखाबाद जिले में करीब साढ़े तीन वर्ष जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) और वर्तमान समय में सहायक जिला पंचायत अधिकारी (एडीपीआरओ) के पद पर तैनात अमित त्यागी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। महिला ग्राम पंचायत अधिकारी (वीडीओ) की शिकायत पर विशाखा समिति की जांच रिपोर्ट में तत्कालीन डीपीआरओ व सफाई कर्मचारी पर लगाए गए आरोप सही मिले हैं। छह दिन पहले 30 जनवरी को जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने विभिन्न आरोपों में अमित त्यागी को कार्यमुक्त कर दिया था। फिलहाल निदेशक पंचायतीराज ने डीएम के आदेश को निरस्त करते हुए आरोप पत्र जारी करने को कहा है।

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उत्पीड़न से परेशान महिला ग्राम पंचायत अधिकारी ने पिछले वर्ष एक नवंबर को विकास भवन में हंगामा किया था। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने मामले की जांच जिले की विशाखा समिति को सौंपी थी। समिति की जांच रिपोर्ट के अनुसार सफाई कर्मी प्रवीन कुमार को तत्कालीन डीपीआरओ का संरक्षण प्राप्त था। जब भी पीड़िता ने डीपीआरओ से उत्पीडऩ की शिकायत की तो उसका ही बिना किसी आधार संबद्धीकरण या स्थानांतरण किया जाता रहा। समिति का मत है कि तत्कालीन डीपीआरओ के संरक्षण के कारण प्रवीन कुमार का मनोबल बढ़ता गया। इससे यह साबित होता है कि पीड़िता को शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान किए जाने के संबंध में प्रवीन कुमार सफाई कर्मचारी व तत्कालीन डीपीआरओ अमित त्यागी दोषी हैं।

एक वर्ष से चल रहा था  उत्पीड़न

विशाखा समिति को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि दिसंबर 2019 से प्रवीन कुमार सफाई कर्मचारी उसे परेशान कर रहा था। कार्यालय में आंतरिक परिवाद समिति का गठन न होने के कारण तत्कालीन जिला पंचायत राज अधिकारी अमित त्यागी से कई बार मौखिक शिकायतें की गईं। जब भी वह हस्ताक्षर करने के लिए डीपीआरओ कार्यालय जाती तो सफाई कर्मी अश्लील बातें और छींटाकशी करता था।

साथ रहने के लिए बनाया दबाव

महिला वीडीओ ने बताया कि सफाई कर्मी बिना शादी साथ रहने के लिए दबाव डालता था। मना करने पर अभद्रता करता था और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था।

चार साल की नौकरी में पांच बार स्थानांतरण

जांच में पाया गया कि महिला वीडीओ का लगभग चार साल की नौकरी में पांच बार स्थानांतरण किया गया। समिति का मानना है कि ऐसा किसी निश्चित अपने मकसद को पूरा करने के लिए ही किया गया होगा।

कार्रवाई के लिए डीएम को भेजी गई रिपोर्ट

मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि विशाखा समिति की रिपोर्ट जिलाधिकारी को अग्रिम कार्रवाई के लिए भेज दी गई है।


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