पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने सीएम को लिखा पत्र... इटावा सफारी पार्क में टिकट घोटाले की उच्चस्तरीय हो जांच
समाचार पत्रों में छपी खबरों को लेकर कहा कि अधिकारियों द्वारा घोटाले को दबाने के लिए रुपया जमा कराकर मामले को रफादफा कर दिया गया लेकिन दोषी लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि नवंबर 2019 में शुरू हुई
कानपुर, जेएनएन। इटावा सफारी पार्क में पांच लाख रुपये की टिकट बिक्री की हेरफेर करके धन हड़प लिया गया है। इस मामले में उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष उदयभान सिंह यादव ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सोहन सिंह को निलंबित कर दिया गया, जबकि वन दारोगा अशोक शर्मा को नोटिस देकर जवाब तलब किया गया है, जबकि पर्यटन परिसर में टिकट बिक्री में शामिल अन्य अधिकारियों व आउट सोर्सिंग कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने 26 मार्च 2021 को प्रमुख सचिव वन को पत्र लिखा था लेकिन उस पर क्या कार्रवाई हुई यह आज तक नहीं बताया गया।
उन्होंने समाचार पत्रों में छपी खबरों को लेकर कहा कि अधिकारियों द्वारा घोटाले को दबाने के लिए रुपया जमा कराकर मामले को रफादफा कर दिया गया लेकिन दोषी लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि नवंबर 2019 में शुरू हुई सफारी में अब तक की टिकट आय की उच्च स्तरीय जांच करायी जाए। पूर्व के निदेशकों को भी जांच के दायरे में लाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि कारपस फंड में इटावा सफारी पार्क को 80 करोड़ रुपये मिले थे जो अब तक 85 करोड़ रुपये ब्याज मिलाकर हो जाने चाहिए लेकिन इसमें से एक करोड़ रुपये खर्च कर दिया गया। जबकि नियमानुसार कारपस फंड के ब्याज से 85 फीसद धनराशि ही खर्च करने का प्रावधान है पुन: 15 फीसद मूलधन में जमा करने का प्रावधान है। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।