UP Budget 2020 : कानपुर की बंद 248 टेनरियां खुलने से 500 करोड़ के चर्म कारोबार को मिली संजीवनी
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने टेनरी संचालकों को 19 फरवरी के बाद अग्रिम आदेशों तक बंद रखने का नोटिस दिया था।
कानपुर, जेएनएन। शहर के टेनरी उद्योग को संजीवनी मिलने से संचालकों के चेहरे खिल उठे हैं। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 248 टेनरियों को 19 फरवरी के बाद अग्रिम आदेशों तक बंद रखने का नोटिस दिया था। मंगलवार को इनके साथ ही उन 11 टेनरियों को भी संचालन की स्वीकृति मिल गई जो मानक पूरे न होने के कारण 13 महीने से बंद पड़ी थीं। कानपुर में प्रतिमाह 500 करोड़ रुपये का चर्म कारोबार होता है।
टेनरी संचालकों को मिली राहत
आयात निर्यात सलाहकार जफर फिरोज ने बताया कि स्थायी रूप से टेनरियां खुलने से व्यापार बढ़ेगा। टेनरी संचालकों में 70 फीसद निर्यातक हैं। बंदी के आदेश से ऑर्डर का माल तैयार करने में दिक्कतें आने लगी थीं। इसके पहले शासन ने दो माह के लिए बंदी के आदेश निलंबित किए थे जिसकी मियाद 19 फरवरी को खत्म होने वाली थी। अब टेनरी संचालकों को राहत मिली है।
आधी क्षमता के साथ चलेंगी टेनरियां
स्माल टेनरी एसोसिएशन के एक्जीक्यूटिव डॉ. फिरोज आलम ने बताया कि अब आधी क्षमता के साथ टेनरियां बेधड़क चलाई जा सकेंगी। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड परीक्षण करेगा। बोर्ड की ओर से जारी किए गए स्वीकृति पत्र वह बुधवार को टेनरी संचालकों को देंगे।
जवानों के जूतों का लेदर हब है कानपुर
लेदर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव असद इराकी ने बताया कि सेना के जवानों के जूतों के लिए सबसे ज्यादा चमड़ा देने वाला शहर कानपुर है। बार-बार बंदी के आदेश से निर्यात को झटका लग रहा था। मानकों के अनुसार टेनरी संचालन की स्वीकृति मिलने से राहत मिली है।