पहले शिक्षकों की भर्ती में अब सेना की भर्ती में फर्जीवाड़ा करके सुर्खियां बटोर रहा फर्रुखाबाद
नौकरी पाने को 15 लोगों ने दो बार किया हाईस्कूल हाईस्कूल दो बार करने पर शिक्षा विभाग की मदद ली जा रही पुलिस ने शुरू की जांच मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी 65 अभ्यर्थी गलत प्रमाण पत्र के भर्ती हो गए
फर्रुखाबाद, जेएनएन। प्रदेश की योगी सरकार फर्जीवाड़ा करने वालों पर कार्रवाई करने के चाहे कितने दावे करे, लेकिन वास्तिवकता यह है कि उत्तर प्रदेश के कई जिलाें में फर्जीवाड़ा चरम पर है। राशन खरीदने से शिक्षकों की भर्ती तक के मामलों में किसी न किसी परिप्रेक्ष्य में फर्जीवाड़ा सामने आ ही जाता है। फर्रुखाबाद के बहुचर्चित अनामिका प्रकरण के बाद इसी जिले में फिर एक नया मामला सामने आया है।
दरअसल मामला सेना भर्ती का है। अन्य जनपदों के अभ्यर्थी गलत प्रमाण पत्र लगाकर सेना में भर्ती हो गए। जब कुछ लोगों ने शिकायत करनी शुरू की तब फर्जीवाड़ा सामने आया। हालांकि लोगों से शिकायतें मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है और ऐसे फर्जी मामलों की जांच करने में जुट गई है। शीघ्र ही मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।
ऐसे शुरू हुआ मामला
विगत वर्ष राजपूत रेजीमेंट सेंटर द्वारा विभिन्न जिलों की भर्ती की गईं थीं। अन्य जनपदों के कुछ लोग गलत प्रमाण पत्र लगाकर सेना में भर्ती हो गए। यहां तक दूसरे जिले के गांव व मोहल्ले में निवास स्थान दिखाकर प्रमाण पत्र भी जारी करा लिए। जब कुछ लोगों ने शिकायत करनी शुरू तब गहनता से अभिलेख खंगाले गए। सामने आया कि भर्ती के दौरान 65 अभ्यर्थी गलत प्रमाण पत्र के भर्ती हो गए। इनमें 15 ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपनी जन्मतिथि बदलने के लिए दो बार हाईस्कूल किया। पुलिस अधीक्षक ने संबंधित थानाध्यक्ष को जांच करने के आदेश दिए। जांच के दौरान पता चला कि कमालगंज थाना क्षेत्र के गांव चंदनपुर के पते से जनपद शामली के समसपुर निवासी एक युवक सेना में भर्ती हुआ। दूसरा युवक शमसाबाद थाना क्षेत्र के गांव रोशनाबाद के पते से सेना भर्ती हुआ। प्रधान ने दोनों युवकों के रहने की पुष्टि नहीं की। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि मामलों की जांच की जा रही है। हाईस्कूल दो बार करने पर शिक्षा विभाग की मदद ली जा रही है। बताया गया कि पुलिस शीघ्र ही आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी कर रिपोर्ट दर्ज कराएगी।
जिले से दबोचे जा चुके हैं सॉल्वर गैंग
राजपूत रेजीमेंट सेंटर में सेना भर्ती की लिखित परीक्षा के दौरान 28 जुलाई को एक परीक्षार्थी की बनियान में पतले तार से जुड़ा स्पीकर पकड़ लिया गया था। सैन्य अधिकारियों ने फतेहगढ़ कोतवाली पुलिस के साथ छापा मारकर एक होटल से राजस्थान के अलवर निवासी कोचिंग संचालक सॉल्वर व उसके सात साथियों को दबोचा गया था। वहीं 26 नवंबर 2019 को सेना भर्ती के दौरान 50 हजार रुपये लेकर दो चचेरे भाई अभ्यर्थियों के स्थान पर दूसरे युवकों को दौड़ में शामिल करवा दिया था। युवक दौड़ में सफल भी हो गए थे, लेकिन अभ्यर्थियों के डाटा कलेक्ट करते वक्त मामला पकड़ में आ गया था। दूसरों से दौड़ कराने में दोनों अभ्यर्थियों को जेल भेजा गया था।