कानपुर शहर के जेड स्क्वायर माॅल के शोरूम में शार्ट सर्किट से लगी आग, अफरातफरी का माहौल
कानपुर के जेड स्क्वायर माॅल के ग्लोबस शोरूम में गुरुवार की रात शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आधा दर्जन से अधिक दमकल गाड़ियों को आग बुझाने में करीब एक घंटे लगे।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर शहर के बड़ा चौराहा स्थित जेड स्क्वायर माॅल के ग्लोबस शोरूम में गुरुवार की रात आग लग गई। आग शार्ट सर्किट से लगी। आधा दर्जन से अधिक दमकल गाड़ियों को आग बुझाने में करीब एक घंटे लगे। नुकसान का अंदाजा अभी नहीं लगाया जा सकता था, लेकिन जिस तरह से आग लगी, उससे लाखों के नुकसान का अंदेशा है।
कानपुर शहर के बड़ा चौराहा स्थित जेड स्क्वायर माल के ग्राउंड फ्लोर पर प्रवेश द्वारा के ठीक बगल में रेडीमेड कपड़े की बड़ी कंपनी ग्लोबस का शोरूम है। शोरूम के स्टोर मैनेजर वरुण सचान ने बताया कि कोरोना के चलते आजकल रात नौ बजे शो रूम बंद हो जाता है। गुरुवार को भी शोरूम बंद करके सभी कर्मचारी चले गए। इसी दौरान रात साढ़े दस बजे मॉल के दूसरे शोरूम पर काम करने वाले कर्मचारियों ने अंदर से धुआं निकलते देखा तो पुलिस को सूचना दी। मॉल प्रबंधन की ओर से आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन वह सफल नहीं हुए। इसके बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मंगाई गई।
आधा दर्जन दमकल गाड़ियों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दौरान जैसे ही शोरूम का दरवाजा खुला धुआं पूरे मॉल में फैल गया। इसकी वजह से लोगों का अंदर खड़े होना भी मुश्किल हो गया। इंस्पेक्टर कोतवाली संजीव कांत मिश्रा के मुताबिक ग्राउंड फ्लोर पर लगी आग दूसरी मंजिल तक पहुंची और वहां भी नुकसान हुआ है। ग्लोबस के स्टोर मैनेजर वरुण सचान के मुताबिक नुकसान का आंकलन अभी नहीं हुआ है। सुबह होने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। आग सार्ट सर्किट से लगने की संभावना है।
पूरे मॉल में फैलती आग तो बुझाना होता मुश्किल : जेड स्क्वायर माल में देर रात लगी आग और आधा घंटे बाद लगती तो नुकसान बड़ा हो सकता था। अगर आग एक शोरूम से दूसरे शोरूम में पहुंच जाती तो न केवल आग बुझाना बड़ी चुनौती होती, बल्कि करोड़ो का नुकसान हो जाता। कोरोना संकट काल में आमतौर जेड स्क्वायर मॉल रात नौ बजे से बंद होना शुरू हो जाता है और रात दस बजे से साढ़े दस बजे तक पूरा माल बंद हो जाता है। यह घटना रात सवा दस बजे की है। दो-तीन शोरूम खुले हुए थे और उन्होंने जाते समय ग्लोबस के अंदर से धुआं निकलते देखा। इसके बावजूद आग के प्रभाव से दूसरी मंजिल पर भी नुकसान हुआ। अगर आग आधा घंटे बाद लगती तो जब तक धुआं बाहर नहीं आता कोई ध्यान ही नहीं देता। ऐसे में आग मॉल के अन्य शोरूम तक पहुंच सकती थी। अगर ऐसा होता तो हालातों पर काबू कर पाना मुश्किल हो जाता।
माॅल के बाहर भी फैला धुआं : आग लगने की वजह से धुआं केवल मॉल के अंदर ही नहीं फैला, बल्कि बाहर भी फैल गया। इसकी वजह से उधर से आने जाने वालो को भी समस्या हुई। आम बुझाने के लिए दमकल कर्मचारी भी धुएं से परेशान दिखाई दिए।आधा घंटा बाद आग लगती तो बड़ा होता नुकसान