आर्थिक तंगी के चलते जालौन आए ससुराल में कानपुर के युवक ने खत्म की जीवनलीला
मंगलवार सुबह घर से सदस्य खेत गए थे। शैलेंद्र की पत्नी साधना घर लौटी तो कच्चे कमरे की धन्नी के सहारे लगे फंदे से पति का शव लटका देखा। यह देख वह चीख पड़ी। आसपास से लोग पहुंच गए खेत से स्वजन भी आ गए। पुलिस ने कागजी कार्रवाई की
कानपुर, जेएनएन। आर्थिक तंगी के चलते इलाज नहीं करा पाने वाले कानपुर निवासी युवक ने मंगलवार को ससुराल में फांसी लगा जान दे दी। खेत से लौटी पत्नी ने धन्नी के सहारे लगे फंदे से लटका शव देखा तो चीख पड़ी। आवाज सुन स्वजन पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। नारायणपुर गांव निवासी शिवपाल यादव का दामाद शैलेंद्र यादव एक माह से अपनी ससुराल में रहकर इलाज करा रहा था। मंगलवार सुबह घर से सदस्य खेत गए थे। शैलेंद्र की पत्नी साधना घर लौटी तो कच्चे कमरे की धन्नी के सहारे लगे फंदे से पति का शव लटका देखा। यह देख वह चीख पड़ी। आसपास से लोग पहुंच गए, खेत से स्वजन भी आ गए। पुलिस ने कागजी कार्रवाई की।
महाराजपुर के अमौली गांव का था रहने वाला
कानपुर के महाराजपुर थाना क्षेत्र के अमौली गांव निवासी राजेंद्र यादव के पुत्र 30 वर्षीय शैलेंद्र यादव की शादी चार साल पहले नारायणपुर निवासी साधना के साथ हुई थी। वह गंभीर रूप से बीमार चल रहा था। साधना ने बताया कि छह माह तक कानपुर में ही इलाज कराया। आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के चलते एक माह पहले वह पति को लेकर मायके में रहने चली आई थी। यहीं पर किसी तरह इलाज कराया जा रहा था। सुबह सात बजे सभी लोग खेत गए थे। शिवपाल यादव ने बताया कि बीमारी और आर्थिक तंगी के तनाव में शैलेंद्र का मानसिक संतुलन भी गड़बड़ा गया था। इसी तनाव के चलते उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। घटना की सूचना समधी राजेंद्र को दे दी गई है।