एचबीटीयू में कैसा है प्लेसमेंट का ग्राफ और सालाना पैकेज, आशाओं पर कितने खरे उतरते हैं आंकड़ें
हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय शताब्दी वर्ष समारोह मना रहा है। पिछले वर्ष यहां पर पिछले वर्ष भी करीब 64 फीसद छात्रों को जाब मिली थी लेकिन अब प्लेसमेंट का ग्राफ गिर रहा है और पैकेज का आंकड़ा भी कम हो गया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विवि में विद्यार्थियों के प्लेसमेंट का ग्राफ गिरता जा रहा है। पिछले वर्ष जहां संस्थान के करीब 64 फीसद छात्रों को जाब मिली थी, इस वर्ष अब तक 50 फीसद का आंकड़ा ही पूरा हो सका है। यही नहीं, वार्षिक पैकेज भी कम मिल रहा है। पिछले वर्ष जहां अधिकतम पैकेज 43.5 लाख रुपये आफर हुए थे, इस वर्ष अब तक 26.57 लाख रुपये आफर हुए हैं। यह हाल तब है, जब संस्थान का शताब्दी वर्ष चल रहा है और विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा दिलाने की कोशिश की जा रही है।
पिछले माह ही एचबीटीयू का शताब्दी समारोह आयोजित हुआ था। इसमें राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की थी और संस्थान के कई नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण किया था। हाल ये है कि इस शताब्दी वर्ष में ही विवि के विभिन्न बीटेक कोर्सों में 104 सीटें खाली रह गईं। यही नहीं प्लेसमेंट के अब तक के आंकड़े भी निराश करने वाले हैं।
विवि के महज 50 फीसद छात्रों को ही विभिन्न कंपनियों की ओर से जाब आफर की गई है, जबकि वर्ष 2019-20 में 75 फीसद से ज्यादा विद्यार्थियों को विभिन्न कंपनियों में नौकरी मिली थी और पिछले वर्ष भी करीब 64 फीसद छात्रों को जाब मिली थी। सूत्रों के मुताबिक संस्थान में शैक्षिक स्तर लगातार गिरने के कारण ही प्लेसमेंट में असर पड़ा है। कई कोर्स में योग्य शिक्षकों की भी कमी है और अतिथि प्रवक्ताओं के भरोसे अध्यापन कार्य कराया जा रहा है।
एक नजर
वर्ष - प्लेसमेंट
2018-19 - 83 फीसद
2019-20 - 75 फीसद
2020-21 - 63 फीसद
2021-22 - 50 फीसद (अब तक)
-विवि में शैक्षिक गुणवत्ता के साथ ही प्लेसमेंट बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। एकेडमिक काउंसिल की बैठक में भी इस पर चर्चा हुई है। विभिन्न कंपनियों को प्लेसमेंट के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। प्लेसमेंट ग्राफ अभी 50 फीसद तक हो चुका है। शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जल्द ही विज्ञापन निकाला जाएगा। -प्रो. समशेर, कुलपति