दीपावली पर बाजारों में रही रौनक, जमकर खरीदारी
दीपावली के दिन सुबह से ही बाजारों में रौनक रही। दुकानों पर सुबह से खरीदारी शुरू हो गई।
By Edited By: Published: Wed, 07 Nov 2018 02:04 AM (IST)Updated: Wed, 07 Nov 2018 11:29 AM (IST)
कानपुर(जागरण संवाददाता)। दीपावली के दिन सुबह से ही बाजारों में रौनक रही। दुकानों पर सुबह से खरीदारी शुरू हो गई। लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों, फूल-माला की दुकानों पर सबसे अधिक भीड़ रही। फुटकर एवं थोक पटाखा बाजार में दुकानें सुबह से सज गई। रेडीमेड कपड़ों की दुकानों और सराफा बाजार में चहल पहल रही।
बाहर से त्योहार मनाने के लिए घर आए लोगों की भीड़ से बाजार गुलजार रहे। उनकी प्राथमिकता लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं, भगवान के डिजाइनर कपड़े और माला रहे। फल और मिठाई की दुकानों पर भी जमकर खरीदारी हुई। दीपावली का पूजन अधिकतर लोग नए कपड़े पहनकर करते हैं। इसलिए रेडीमेड कपड़ों की दुकानों और शापिंग मॉल में देर शाम तक खरीदारी होती रही।सराफा बाजार में सोने की गिन्नी और चांदी के सिक्के खूब बिके। हल्की ज्वैलरी की भी जमकर खरीदारी हुई है।
फुटकर आतिशबाजी बाजारों में भीड़
जिले में 53 स्थानों में फुटकर आतिशबाजी बाजार, जो विभिन्न मोहल्लों के पार्को में लगाए गए। इन फुटकर आतिशबाजी बाजारों में सुबह से बच्चे अपने मम्मी-पापा के साथ पहुंच गए। बच्चों को फुलझड़ी, चकरघिन्नी, मेहताब और रॉकेट लुभाते रहे। रंगबिरंगे और कार्टून करेक्टर वाले पटाखे भी बच्चों को पसंद आए। थोक बाजार के मुकाबले पटाखों की कीमत दोगुनी रही, लेकिन बच्चों के साथ आए अभिभावकों ने जमकर खरीदारी की। दूसरी ओर फूलबाग के यूनियन क्लब में लगे थोक बाजार में जबरदस्त भीड़ थी।
खूब भाए इलेक्ट्रानिक उपकरण
इलेक्ट्रानिक बाजार में टीवी और एलईडी टीवी की बिक्री खूब रही। शोरूम में वाशिंग मशीन, फ्रिज, ग्राहकों को खूब भाए। कारोबारियों के मुताबिक धनतेरस से लेकर छोटी दीपावली के बीच जमकर खरीदारी हुई। इलेक्ट्रानिक उपकरण खूब पसंद किए गए। रोशनी के लिए झालरों की बिक्री दीपावली की शाम को घर रोशन करने के लिए मिट्टी के दीये तो खरीदे गए। साथ ही इलेक्ट्रिक झालरें भी खूब बिकीं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों ने 20-50 रुपये तक की झालरों की लड़ी अपने घर रोशन करने के लिए खरीदी।
बाहर से त्योहार मनाने के लिए घर आए लोगों की भीड़ से बाजार गुलजार रहे। उनकी प्राथमिकता लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं, भगवान के डिजाइनर कपड़े और माला रहे। फल और मिठाई की दुकानों पर भी जमकर खरीदारी हुई। दीपावली का पूजन अधिकतर लोग नए कपड़े पहनकर करते हैं। इसलिए रेडीमेड कपड़ों की दुकानों और शापिंग मॉल में देर शाम तक खरीदारी होती रही।सराफा बाजार में सोने की गिन्नी और चांदी के सिक्के खूब बिके। हल्की ज्वैलरी की भी जमकर खरीदारी हुई है।
फुटकर आतिशबाजी बाजारों में भीड़
जिले में 53 स्थानों में फुटकर आतिशबाजी बाजार, जो विभिन्न मोहल्लों के पार्को में लगाए गए। इन फुटकर आतिशबाजी बाजारों में सुबह से बच्चे अपने मम्मी-पापा के साथ पहुंच गए। बच्चों को फुलझड़ी, चकरघिन्नी, मेहताब और रॉकेट लुभाते रहे। रंगबिरंगे और कार्टून करेक्टर वाले पटाखे भी बच्चों को पसंद आए। थोक बाजार के मुकाबले पटाखों की कीमत दोगुनी रही, लेकिन बच्चों के साथ आए अभिभावकों ने जमकर खरीदारी की। दूसरी ओर फूलबाग के यूनियन क्लब में लगे थोक बाजार में जबरदस्त भीड़ थी।
खूब भाए इलेक्ट्रानिक उपकरण
इलेक्ट्रानिक बाजार में टीवी और एलईडी टीवी की बिक्री खूब रही। शोरूम में वाशिंग मशीन, फ्रिज, ग्राहकों को खूब भाए। कारोबारियों के मुताबिक धनतेरस से लेकर छोटी दीपावली के बीच जमकर खरीदारी हुई। इलेक्ट्रानिक उपकरण खूब पसंद किए गए। रोशनी के लिए झालरों की बिक्री दीपावली की शाम को घर रोशन करने के लिए मिट्टी के दीये तो खरीदे गए। साथ ही इलेक्ट्रिक झालरें भी खूब बिकीं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों ने 20-50 रुपये तक की झालरों की लड़ी अपने घर रोशन करने के लिए खरीदी।
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