कानपुर में प्रस्तावित फेडरल बैंक की हड़ताल टली, अब तीन अप्रैल को खुलेंगे बैंक
फेडरल बैंक इंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर फेडरल बैंक कर्मी राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जा रहे थे। फेडरल बैंक इंप्लाइज यूनियन के राष्ट्रीय सहायक सचिव लाल चंद्र का कहना है कि संगठन पिछले दो वर्ष से संघर्ष कर रहा हैं।
कानपुर, जेएनएन। कर्मचारियों की कमी और आउटसोर्सिंग के विरोध में फेडरल बैंक कर्मचारियों की 31 मार्च की हड़ताल बैंक प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच कोच्चि में हुए समझौते के बाद मंगलवार को टल गई। इस हड़ताल के समर्थन में फेडरल बैंक के कर्मचारी कुछ दिन पहले ही प्रदर्शन कर चुके हैं। अब फेडरल बैंक भी दूसरे बैंकों की तरह होली के इस मौके पर नौ दिन में छह दिन बंद रहेगा। हड़ताल वापस होने के बाद भी एक अप्रैल को वार्षिक लेखाबंदी होने की वजह से ग्राहकों के लिए बैंक में कोई कार्य नहीं होगा। दो अप्रैल को गुड फ्राइडे की वजह से बैंक बंद रहेंगे । तीन को शनिवार को बैंक खुलेंगे और चार को रविवार की वजह से बैंक बंद रहेंगे।
फेडरल बैंक इंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर फेडरल बैंक कर्मी राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जा रहे थे। फेडरल बैंक इंप्लाइज यूनियन के राष्ट्रीय सहायक सचिव लाल चंद्र का कहना है कि संगठन पिछले दो वर्ष से संघर्ष कर रहा हैं। बैंक में स्टाफ की बहुत अधिक कमी है और बैंक में 500 से अधिक लिपिक, 400 चपरासी एवं लगभग 600 से अधिक अंशकालीन सफाई कर्मचारियों के पद रिक्त हैं। उनके मुताबिक प्रबंधन इन पदो को स्थायी भर्ती ना करके आऊट सोर्सिंग से काम चला रहा है जिससे आऊट सोसिंग वाले कर्मचारियों का शोषण भी हो रहा है। इन पदो पर स्थायी भर्ती की जाए। कोच्चि में बैंक प्रबंधन, कर्मचारी संगठन व श्रम अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के बाद फिलहाल हड़ताल वापस ले ली गई है लेकिन मांगों को जल्दी नहीं माना गया तो फिर आंदोलन किया जाएगा।