Fatehpur Murder Case: एक घंटे तक चला बच्चियों का पोस्टमार्टम, आइजी ने घटनास्थल पहुंचकर किया निरीक्षण और परिवार को बंधाया ढांढ़स
Fatehpur Murder Case दोपहर शुरू हुए पोस्टमार्टम में एसडीएम एएसपी व सीओ पहुंचे। स्वजनों का आरोप कि सिर्फ आंखों में ही क्यों लगे सिंघाड़े के कांटे। आइजी के साथ दोपहर डीएम व एसपी घटनास्थल पहुंचे। ग्रामीणों के बयान लिए दो बिस्वा के तालाब को जाकर देखा।
कानपुर, जेएनएन। असोथर थाने के एक गांव में सोमवार को हुई सगी बहनों के मौत के बाद मंगलवार दोपहर तीन चिकित्सकों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया। करीब एक घंटे तक बच्चियों पोस्टमार्टम चला। इस दौरान एसडीएम सदर प्रमोद झा, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, सीओ सिटी संजय कुमार सिंह व शहर कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव पुलिस बल के साथ पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मौजूद रहे।
एसपी से मांगी जांच आख्या रिपोर्ट
मामले की जांच चल ही रही थी कि उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग लखनऊ के सदस्य न्यायमूर्ति केपी सिंह ने मामले को संज्ञान में लिया। साथ ही पुलिस कप्तान से चार सप्ताह में जांच कराकर जांच आख्या रिपोर्ट आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
बच्चियों के स्वजन ने उठाए पुलिस की जांच पर सवाल
पोस्टमार्टम हाउस में कांग्रेसी नेता शिवाकांत तिवारी व वीरेंद्र भदौरिया भी पीडि़त परिवार को ढांढ़स बंधाने पहुंचे। शाम को स्वजन शव लेकर घर पहुंचे तो सपा, कांग्रेस व भीम आर्मी पार्टी के लोग पहुंचे। जिनके समक्ष स्वजन ने मुआवजे की और सीबीआइ जांच की मांग रखी तो राजनीतिक दलों ने हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान दिवंगत बच्चियों की मां व चाचा ने पुलिस पर भी कई आरोप गढ़े। पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए बच्चियों के स्वजन बोले कि कहा कि बच्च्यिों के चेहरे, पेट, हाथ में कहीं भी खरोंच के निशान तक नहीं है सिर्फ आंखें ही क्यों फूटी है। आरोप लगाया कि बच्चियों की आंखे फोडऩे के बाद तालाब के पानी में डुबो डुबोकर हत्या की गई है।
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मुंबई से पिता के आने का इंतजार
दिवंगत बेटियों के पिता मुंबई के खड़ौली में मार्बल पॉलिश का काम करते हैं। स्वजन ने बताया कि बच्चियों के पिता मुंबई से चल दिए हैं।
तालाब का जायजा लेकर आइजी ने तालाब की गहराई नपवाई
प्रयागराज से दोपहर सवा 12 बजे के करीब कवींद्र प्रताप ङ्क्षसह दोपहर को डीएम संजीव ङ्क्षसह व एसपी प्रशांत वर्मा के साथ सीधे घटनास्थल गए। ङ्क्षसघाड़ा के तालाब के पास चने के खेत का भी जायजा लिया। उसके बाद ग्रामीणों के बयान लिए।
हालांकि स्वजन व ग्रामीणों ने आंखों से खून निकलने पर मौत पर संदेह जताया तो आइजी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही हकीकत सामने आएगी, इसलिए थोड़ा इंतजार करें। उसके बाद आइजी पीडि़त पक्ष के घर जाकर स्वजन से मिले। निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया। पीडि़तों के बीच एक घंटे रहने के बाद वह थाने चले गए।