Samadhan Diwas : फतेहपुर में किशोरी को थाने में बैठाने पर डीएम नराज, भेजवाया नारी-निकेतन
बता दें की इस किशोरी के पिता दिल्ली में रहते हैं जबकि जिले के एक गांव में मामा रहते हैं। बीट एसआई विवेक यादव ने अफसरों को बताया कि किशोरी को बरामद करने के बाद मामा और पिता दोनों से सुपुर्दगी लेने के लिए बुलाया था।
कानपुर, जेएनएन। शनिवार को जिले के 20 थानों में थाना दिवस का आयोजन कर जन शिकायतों की सीधी सुनवाई की गई। कुल 97 शिकायतें पंजीकृत हुईं जिनमें 18 का मौके पर निस्तारण हो गया। डीएम-एसपी ने मलवां थाने में बैठकर सुनवाई की। मलवां थाने के एक गांव निवासी एक व्यक्ति ने दो युवकों को 15 वर्षीय बेटी से छेड़छाड़ करने और बहला-फुसलाकर भगाने का आरोप पंजीकृत कराया था। पुलिस ने किशोरी को बरामद कर लिया, लेकिन एक रात थाने में बैठाए रखा, जिस पर डीएम-एसपी ने नाराजगी जताई और डाक्टरी परीक्षण कराकर किशोरी को नारी निकेतन भेजवाया।
बता दें की इस किशोरी के पिता दिल्ली में रहते हैं, जबकि जिले के एक गांव में मामा रहते हैं। बीट एसआई विवेक यादव ने अफसरों को बताया कि किशोरी को बरामद करने के बाद मामा और पिता दोनों से सुपुर्दगी लेने के लिए बुलाया था। लेकिन देर शाम तक नहीं आए। नारी निकेतन भेजने में देर हुई, इस कारण महिला सिपाही की देखरेख में किशोरी को रात में रखा गया। डीएम अपूर्वा दुबे व एसपी राजेश ङ्क्षसह इस पर नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद किशोरी की डाक्टरी कराकर नारी निकेतन भेजा गया। उधर एसडीएम सदर प्रमोद झा, विजय शंकर तिवारी, आशीष यादव ने अलग-अलग थाना दिवसों में प्रतिभाग किया। सभी थानों को मिलाकर 97 शिकायतें दर्ज हुई, जिसमें 79 राजस्व विभाग से संबंधित तथा 18 पुलिस विभाग से संबंधित थी। डीएम-एसपी ने शिकायतों के गुणवत्ता परक निस्तारण पर जोर दिया। एसपी ने कहा कि थानों में मुकदमें दर्ज होते हैं, उस मुकदमें की पेशबंदी में दूसरा मुकदमा दर्ज कराया जाता है। पुलिस इस बात की तहकीकात करें, यदि मामला सही है तो अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाए लेकिन यदि झूठा मामला बनाकर दर्ज कराने का प्रयास किया जाए तो सख्ती से निपटा जाए।