फर्रुखाबाद में सेंट्रल जेल की एंबुलेंस पर पथराव और अभद्रता, चालक को खींचने का किया प्रयास
लोहिया अस्पताल के पास तिराहे पर दो पक्षों में मारपीट हो रही थी जिससे सड़क घिरी थी। एंबुलेंस को निकालने के लिए चालक रामहरि तिवारी ने कहा। इस पर दबंग एंबुलेंस चालक से भिड़ गए और उसे गाड़ी से खींचने का प्रयास करने लगे।
कानपुर, जेएनएन। सेंट्रल जेल में सजा काट रहे कैदी को अस्पताल में भर्ती कराने को जेल की एंबुलेंस से लाया जा रहा था। आवास विकास कॉलोनी में झगड़ा कर रहे युवकों ने एंबुलेंस रोक ली और चालक को खींचने का प्रयास किया। इसके बाद एंबुलेंस पर ईंट पत्थर चला दिए, जिससे उसका शीशा टूट गया।
सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 50 वर्षीय छोटे मुन्ना पैरालाइसिस के मरीज हैं। शनिवार शाम उनकी हालत बिगड़ गई। बंदी रक्षक श्रवण कुमार, सूरज और फार्मासिस्ट आरएन सिंह एंबुलेंस से कैदी को लोहिया अस्पताल ला रहे थे।
लोहिया अस्पताल के पास तिराहे पर दो पक्षों में मारपीट हो रही थी, जिससे सड़क घिरी थी। एंबुलेंस को निकालने के लिए चालक रामहरि तिवारी ने कहा। इस पर दबंग एंबुलेंस चालक से भिड़ गए और उसे गाड़ी से खींचने का प्रयास करने लगे। इस दौरान हाथापाई का भी प्रयास किया। बाद में बंदी रक्षक सूरज ने हस्तक्षेप कर एंबुलेंस को वहां से निकलवाया। एंबुलेंस निकलने पर युवक ने पत्थर चला दिया, जिससे एंबुलेंस का शीशा टूट गया। लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी बंद होने से कैदी को सिविल अस्पताल लिंजीगंज में भर्ती कराया गया। यहां से उसे सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। बताया गया कि कैदी की हालत गंभीर है, उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है।