वैक्सीनेशन के लिए बुलाने गई आशा की गर्दन पकड़ हंसिया ताना, जानिए फर्रूखाबाद का पूरा मामला
राधिका गांव खेड़ा निवासी एक व्यक्ति के घर पहुंचीं और वैक्सीन लगवाने के लिए कहा। उसने मना किया तो आशा बहू ने समझाने का प्रयास किया। इसी बीच ग्रामीण ने राधिका की गर्दन पकड़ ली और बांस में बंधे हंसिया से हमला करने का प्रयास किया।
कानपुर, जेएनएन। प्रचार-प्रसार के बावजूद गांवों में कोरोना वैक्सीन और ग्रामीणों के बीच दूरी कम नहीं हो रही है। वे वैक्सीन को लेकर भ्रम के शिकार हैं। ऐसे में वैक्सीनेशन के लिए गांव जा रहे स्वास्थ्य कर्मियों को खतरनाक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को भी एक घटना उसका उदाहरण बन सामने आई। वैक्सीन लगवाने के लिए बुलाने गई आशा बहू पर ग्रामीण ने हमला कर दिया। गर्दन पकड़ वार करने के लिए हंसिया उठा ली। किसी तरह वह बाल-बाल बची। एसडीएम सदर व सीओ सिटी ने गांव में फोर्स तैनात कर दी। पीडि़ता ने आरोपित के खिलाफ तहरीर दी है।
पुलिस ने दबाव बनाने के लिए आरोपित के भाई को बैठा लिया। मऊदरवाजा क्षेत्र के गांव न्यामतपुर सरैया प्राथमिक विद्यालय में वैक्सीन लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सुबह पहुंच गई। गांव अदिउली निवासी आशा बहू राधिका सोलंकी अन्य साथियों के साथ गांव में घूमकर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर प्राथमिक स्कूल भेज रही थीं।
राधिका गांव खेड़ा निवासी एक व्यक्ति के घर पहुंचीं और वैक्सीन लगवाने के लिए कहा। उसने मना किया तो आशा बहू ने समझाने का प्रयास किया। इसी बीच ग्रामीण ने राधिका की गर्दन पकड़ ली और बांस में बंधे हंसिया से हमला करने का प्रयास किया। राधिका उसके चंगुल से छूटने को छटपटा रही थीं कि ग्राम प्रधान के पुत्र आनंद यादव आ गए। उन्होंने हस्तक्षेप कर आशा बहू को बचाया। रायपुर चौकी प्रभारी अमित शर्मा फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। एसडीएम सदर अनिल कुमार व सीओ सिटी नितेश ङ्क्षसह ने भी प्राइमरी स्कूल पहुंचकर स्वास्थ्य कर्मियों से बात की। उन्हें बताया गया कि 22 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। यहां कोई विवाद नहीं हुआ। आशा बहू लोगों को गांव से बुलाकर ला रही थी, वहीं विवाद हुआ है। पीडि़त आशा बहू ने बताया कि उन्होंने तहरीर दे दी है। थाना प्रभारी अजय नारायण ङ्क्षसह ने बताया कि आरोपित की तलाश की जा रही है। उसके भाई को बैठाया गया है। अभी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। यदि पीडि़त पक्ष चाहेगा तो रिपोर्ट दर्ज करेंगेे।