कानपुर: धान बेचने के लिए क्रय केंद्र के चक्कर लगा रहे किसान, खरीद से इंकार कर रहे प्रभारी
बिधनू में पीसीयू के तहत संभुआ दहेली और कठेरुआ में क्रय केंद्र बने हुए हैं। यहां पिछले एक माह से किसान धान बेचने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन क्रय केंद्र प्रभारी मिल के संबंध होने की दलील देकर किसानों को लौटा रहे हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। बिधनू विकासखंड में पीसीयू के तहत शंभुआ, दहेली, कठेरुआ गांवों में धान खरीद केंद्र आवंटित बनाये गए हैं। बीते एक माह से किसान इन केंद्रों में चक्कर लगाकर परेशान हैं, लेकिन उनका धान नहीं खरीदा जा रहा है।
शंभुआ गांव विपणन विभाग ने पीसीयू के तहत सघन सहकारी समिति में केंद्र बना रखा है। केंद्र प्रभारी ने बताया कि बीते माह तीन चार किसानों से करीब 32 क्विंतल धान की खरीद की थी। इसके बाद पीसीयू का मिल से संबद्ध न होने की वजह से खरीद रोक दी गई। ऐसे में यदि खरीद की गई तो धान के भंडारण की समस्या खड़ी हो जाएगी। किसान अनिल यादव, शैलेन्द्र यादव, सुशील, राकेश सविता, बाबू राम, रामरूप तिवारी ने बताया कि उनके पास करीब 40 से 50 क्विंतल धान तैयार रखा है। जिसे कोई लेने वाला नहीं है। यही हाल कठेरुआ गांव स्थित सहकारी समिति में संचालित धान क्रय केंद्र में था। केंद्र प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मिल से पीसीयू का कुछ कमीशन को लेकर विवाद चल रहा है। जिसके चलते अभी मिल का निर्धारण नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से खरीद रुकी हुई है। यहां किसान मोर्चा के जिला ग्रामीण उपाध्यक्ष सुशील बाजपेई और किसान महेश ने बताया कि इस पर सरकार को विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। मिल के संबद्ध न होने का नुकसान किसान क्यों भुगते। किसानों का धान दरवाजे और खेत में पड़ा हुआ है। जिसे कोई लेने वाला नहीं है।