अब यमुना तटवर्ती के कटरी गांव के विद्यालय में किसानों ने बंद किए बेसहारा मवेशी
घाटमपुर क्षेत्र में पहले भी तीन गांवों में किसान मवेशियों को स्कूलों में बंद कर चुके हैं।
By AbhishekEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 02:38 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 02:38 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। घाटमपुर क्षेत्र के यमुना तटवर्ती कटरी गांव में फसल बर्बाद होने से नाराज किसानों ने बेसहारा मवेशियों को खदेड़कर प्राथमिक विद्यालय में बंद कर दिया। मामले की जानकारी के बाद प्रशासन ने स्कूलों मेंं मवेशी बंद करने को लेेकर किसानों की बढ़ती प्रवृत्ति पर सख्ती से निपटने का फैसला किया है।
भीतरगांव विकास खंड के गांव रावतपुर चौधरियान के बाद अमौली व सरगांव में ग्रामीणों ने बेसहारा मवेशियों को प्राथमिक विद्यालयों में बंद कर आक्रोश जताया था। इसपर प्रशासन ने किसानों को समझाने का प्रयास शुरू किए थे। साथ ही मवेशियों को चारा उपलब्ध कराकर स्कूल में बच्चों की पढ़ाई के नुकसान होने की भी बात कही थी। इधर सोमवार शाम कटरी गांव में एकत्र ग्रामीणों ने 50-60 बेसहारा मवेशियों को खदेड़ते हुए प्राथमिक विद्यालय परिसर में बंद कर और गेट में ताला लगा दिया।
ठंड के चलते स्कूल में अवकाश होने के चलते विद्यालय में मवेशियों को बंद करने की जानकारी मंगलवार देर रात तहसील के अफसरों तक पहुंची। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट शशांक चौधरी ने बताया कि जानकारी मिलने पर पुलिस व खंड शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया गया है। वह सुबह खुद गांव पहुंच कर बेसहारा मवेशियों को बंद करने के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराएंगे।
भीतरगांव विकास खंड के गांव रावतपुर चौधरियान के बाद अमौली व सरगांव में ग्रामीणों ने बेसहारा मवेशियों को प्राथमिक विद्यालयों में बंद कर आक्रोश जताया था। इसपर प्रशासन ने किसानों को समझाने का प्रयास शुरू किए थे। साथ ही मवेशियों को चारा उपलब्ध कराकर स्कूल में बच्चों की पढ़ाई के नुकसान होने की भी बात कही थी। इधर सोमवार शाम कटरी गांव में एकत्र ग्रामीणों ने 50-60 बेसहारा मवेशियों को खदेड़ते हुए प्राथमिक विद्यालय परिसर में बंद कर और गेट में ताला लगा दिया।
ठंड के चलते स्कूल में अवकाश होने के चलते विद्यालय में मवेशियों को बंद करने की जानकारी मंगलवार देर रात तहसील के अफसरों तक पहुंची। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट शशांक चौधरी ने बताया कि जानकारी मिलने पर पुलिस व खंड शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया गया है। वह सुबह खुद गांव पहुंच कर बेसहारा मवेशियों को बंद करने के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराएंगे।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें