कानपुर के बोट क्लब बैराज में रोमांचक जलक्रीड़ा का भी ले सकेंगे मजा, आ रहीं विदेशी नौकाएं
मंडलायुक्त ने बोट क्लब के लिए नौकाएं खरीदने के आदेश अफसरों को दिए हैं। सिंचाई विभाग के अफसरों को बोट क्लब परिसर और गंगा तट पर एकत्र जलकुंभी एकत्रित न होने देने के लिए सफाई कराते रहने को कहा है।
कानपुर, जेएनएन। बोट क्लब बैराज में मार्च माह से रोमांचक जलक्रीडा पर्यटन का आनंद मिलेगा। जलक्रीडा के लिए विदेशी नौकाओं को खरीदने का टेंडर कराने के साथ ही उपकरणों की तकनीकी परीक्षण के लिए कमेटी भी गठित की गई है।
गंगा बैराज के आसपास के इलाके को पिकनिक हब बनाने की तैयारी तेजी से चल रही है। इसके तहत मंडलायुक्त डॉ राजशेखर ने अफसरों को आदेश दिए हैैं कि बोट क्लब के लिए नौका खरीदी जाएं ताकि जल्द बोट क्लब शुरू किया जा सके। इसके तहत सिंचाई विभाग ने टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इस बाबत उच्च स्तरीय संयुक्त विकास समिति के समंवयक नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि मार्च माह में बोट क्लब का संचालन शुरू हो जाएगा। नौका खरीदने की तैयारी हो रही है। साथ ही बोट क्लब परिसर और आसपास गंगा तट पर जलकुंभी एकत्रित न होने पाये और समय-समय पर सफाई होती रहे इसकेलिए सिंचाई विभाग को आदेश दिए गए हैैं।
उपकरणों की तकनीकी व वित्तीय परीक्षण को कमेटी
-उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन के एमएम भट्ट -उत्तर प्रदेश पुलिस स्पोट्र्स कायाकिंग कनोइंग के विशेषज्ञ राम निरंजन -केडीए के अधिशासी अभियंता मुकेश अग्रवाल -केडीए वित्त नियंत्रक सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता जेपी सिंह -समिति के समंवयक व बोट क्लब के सचिव नीरज श्रीवास्तव।
बोट क्लब एक नजर में
स्थान -गंगा बैराज सिंचाई विभाग के कार्यालय के पीछे।
निर्माण - बोट क्लब और घाट का निर्माण।
लागत - 11 करोड़ रुपये।
धन दे रहा -केडीए।
धन मिला - केडीए अवस्थापना निधि से।
काम शुरू हुआ - जनवरी 2017।
पूरा होना था - जुलाई 2019 तक।
अब स्थिति - मार्च 2020 तक जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
लंबाई- 526 मीटर।
घाट बने - दो ।
लकड़ी की झोपड़ी- एक वीआइपी और पांच जनता के लिए।
यह हुआ और होगा
-आधुनिक लाइट और हरियाली की व्यवस्था
-नौका प्रतियोगिता के लिए नौका क्यॉक, रोइंग बोट, केनोय, पैरासेलिंग स्पीड मोटर बोट खरीदी जा रही हैैं।
-कानपुर से प्रयागराज तक गंगा मैराथन रैली होगी।
-स्कूली बच्चों को जल क्रीड़ा का प्रशिक्षण प्राप्त होगा।
यह भी होने जा रहा
50 एकड़ बॉटनिकल गार्डन को अब बायोडायवर्सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसकी डिजाइन तैयार की जा रही है। अटल घाट के पीछे स्थित 32 एकड़ जगह पर गंगा थीम पार्क का निर्माण कराने के लिए डिजाइन तैयार की जा रही है।
अभी की स्थिति
परिवर्तन संस्था ने बैराज को सेल्फी के रूप में विकसित किया है। सेंट्रल स्टेशन डिजाइन के रूप में परिवर्तन स्टेशन बैराज पर बनाया है। एक प्रतीकात्मक इंजन भी रखा गया है। इसमें रोज सेल्फी खींचने वालों की भीड़ लगी रहती है।