काकादेव कोचिंग मंडी में अपनी कार्यशैली के चलते खटकने लगे थे अभिषेक
घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी में हमलावरों की फुटेज। पुलिस को भाड़े पर वारदात करने वाले अपराधी होने का संदेह।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। पढ़ाने के अंदाज से कोचिंग संचालक अभिषेक ने अलग पहचान बना ली थी। इसी के चलते उन्होंने काकादेव कोचिंगमंडी की अधिकतर प्रमुख कोचिंग में सेवाएं दीं वहीं पिछले साल अलग कोचिंग खोलते ही प्रमुख कोचिंग से ज्यादा बच्चे (करीब तीन हजार) उनकी कोचिंग में आ गए। इसी वजह से कोचिंग मंडी में वह कई लोगों की नजरों में खटकने लगे। परिजन इसे ही हमले का कारण मान रहे हैं।
कार रुकते ही रोकी बाइक और किया फायर
पुलिस की पड़ताल, घटनाक्रम, परिजन, कोचिंग संचालक और घटना के चश्मदीद गवाह के बयान हमलावरों के कोचिंग के पास ही पीछा करने की तरफ इशारा कर रहे हैं। घटनास्थल के पास ही स्थित एक हॉस्टल के गार्ड राजू के मुताबिक पहला फायर सुनकर बाहर आया तो देखा एक बाइक पर सवार दो बदमाश दूसरा फायर कर भाग निकले। ऐसा लग रहा था कि कार रुकते ही बाइक रोकी और फायर कर दिया।
हमलावरों का तरीका उनके भाड़े के अपराधियों जैसा है, क्योंकि उन्होंने सटाकर सिर पर गोली मारी, लेकिन अभिषेक के सिर उठाने से गोली जबड़े और दूसरी हाथापाई के चलते बगल से निकल गई। कल्याणपुर इंस्पेक्टर सतीश सिंह ने घटना स्थल से कोचिंग तक पड़ताल की। जिसमें सामने आया कि हमलावरों ने पूरी रेकी के बाद घटना को अंजाम दिया। घर से कोचिंग और भागने वाले रास्ते (रावतपुर की तरफ) में लगे करीब 50 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। घर के पास लगे एक कैमरे में हमलावर कैद हुए हैं।
कोचिंग संचालकों व छात्रों में आक्रोश
अभिषेक पर कातिलाना हमले को लेकर कोचिंग संचालकों व छात्रों में आक्रोश है। छात्रों का कहना है कि पुलिस हर बार शुरू में तो तेजी पकड़ती है, लेकिन बाद में मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है। इसका ही नतीजा है कि कोचिंग संचालक रोहित जुनेजा और हारुन हत्याकांड का पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर सकी।
यह भी पढ़ें : काकादेव में घर के पास कोचिंग संचालक को बदमाशों ने गोली मारी, गंभीर
यह भी पढ़ें : हर एडमिशन पर कमीशन, दलालों के मकडज़ाल में 'कोचिंग मंडी'