कानपुर आरटीओ में स्लाट रद होने के बाद भी दोबार देनी पड़ रही फिटनेस फीस, जानिए क्या कहते हैं अधिकारी
कामर्शियल वाहनों का फिटनेस के लिए वाहन स्वामियों ने स्लाट बुक कराए थे। कोरोना संक्रमण बढऩे पर आरटीओ में कार्य रोक दिए गए। आरटीओ में कार्य शुरू होने पर जब वाहन स्वामी फिटनेस कराने पहुंचे तो उनसे दोबारा फीस मांगी गई।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना काल में आरटीओ में वाहनों की फिटनेस सहित सभी कार्य बंद कर दिए गए। स्लाट भी रद कर दिए गए। अब दोबारा स्लाट बुक कर जब वाहन स्वामी वाहनों की फिटनेस कराने पहुंच रहे हैं तो उनसे दोबारा फीस मांगी जा रही है। वाहनों का फिटनेस कराने वे पनकी स्थित फिटनेस सेंटर पहुंच रहे हैं तो उनसे दोबारा फीस की मांग की जा रही है। इस तरह के 1200 मामले हैं जिनकी इन लोगों को दोबारा स्लाट बुक कराने के बाद 600 रुपये से 800 रुपये की फीस भी देनी पड़ रही है। कामर्शियल वाहनों का फिटनेस के लिए वाहन स्वामियों ने स्लाट बुक कराए थे। कोरोना संक्रमण बढऩे पर आरटीओ में कार्य रोक दिए गए। आरटीओ में कार्य शुरू होने पर जब वाहन स्वामी फिटनेस कराने पहुंचे तो उनसे दोबारा फीस मांगी गई। इस पर उन्होंने पहले ही फीस जमा करने की बात कही तो बताया गया कि दोबारा स्लाट लेकर फीस जमा करनी होगी, तभी वाहनों की फिटनेस की जांच हो सकेगी।
ये दो मामले आए सामने
- राम अवतार ने बताया कि उनके पास मिनी ट्रक है जिसका नंबर यूपी 78 बीएन 4561 है। उन्होंने काफी पहले फिटनेस फीस जमा की थी। स्लाट बुक कराने के बाद वाहन का फिटनेस कराने पहुंचे तो दोबारा फीस मांगी जा रही है।
- मेसर्स क्वालिटी लेमिनेशन के नाम से पंजीकृत छोटा हाथी यूपी 78 सीएन 0726 के मालिक ने बताया कि कोरोना संक्रमण कम होने के बाद दोबारा स्लाट बुक कराया तो दोबारा फीस भी मांगी जा रही है। पहले की फीस जब्त कर ली गई । इसका कोई आदेश भी नहीं दिखाया जा रहा है। छोटे कामर्शियल वाहनों की फिटनेस फीस 600 रुपये तथा बड़े वाहनों की फीस 800 रुपये है।
इनका ये है कहना:
जिन वाहनों की फिटनेस में कमी निकलती है, दोबारा फिटनेस के लिए फिर से फीस जमा कराई जाती है। स्लाट रद होने के साथ अगर फिटनेस के लिए दोबारा फीस जमा कराई जा रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी। - सुधीर वर्मा, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, प्रशासन