Etawah Lion Safari में अब दिखेगा रांची के बिरसामुंडा चिडिय़ाघर से आए भालुओं का कुनबा
अभी सफारी में भोलू व कूनी ही आम पर्यटकों के लिए छोड़े जा रहे हैं। इनको भी एक-एक करके बारी-बारी से छोड़ा जाता है ताकि पर्यटक इन्हें देख सकें। कालिया के अधिक चंचल होने से उसे खुले में सफारी प्रशासन नहीं छोड़ रहा है।
इटावा (गौरव डुडेजा)। इटावा सफारी पार्क में भालू सफारी मानक के अनुरूप करने के लिए भालुओं का कुनबा बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण की गाइड लाइन के अनुसार भालू सफारी में कम से कम छह भालू चाहिए। यहां सफारी में तीन ही हैं-भोलू, कालिया और कूनी। सफारी प्रशासन ने रांची के बिरसामुंडा चिडिय़ाघर से संपर्क साधा तो वहां से चार भालू देने पर सहमति बन गई है। अप्रैल के अंत तक चारों भालुओं को इटावा सफारी पार्क में लाए जाने की तैयारी है। अभी सफारी में भोलू व कूनी ही आम पर्यटकों के लिए छोड़े जा रहे हैं। इनको भी एक-एक करके बारी-बारी से छोड़ा जाता है ताकि पर्यटक इन्हें देख सकें। कालिया के अधिक चंचल होने से उसे खुले में सफारी प्रशासन नहीं छोड़ रहा है। ऐसे में दो भालुओं के सहारे भालू सफारी को चलाना मुश्किल साबित हो रहा है।
जंगल से रेस्क्यू की गई थी कूनी : इटावा सफारी पार्क में रह रही कूनी की उम्र 14 साल है। वह सबसे बड़ी है। उसे जंगल से रेस्क्यू करके वन विभाग के अधिकारी इटावा सफारी पार्क में लाए थे। कालिया व भोलू की उम्र 11 साल की है। इन दोनों को अप्रैल 2017 में लखनऊ चिडिय़ाघर से लाया गया था। इनके साथ एक और भालू शंकर को भी लाया गया था लेकिन उसकी 25 दिसंबर 2017 को मौत हो गई थी।
जल्द ही खोला जाएगा लायन सफारी : इटावा सफारी पार्क में लायन सफारी को जल्द ही आम जनता के लिए खोला जाएगा। इसके लिए उच्चाधिकारियों से परामर्श कर खोल दिया जाएगा। जैसे ही शेर पूर्णत: प्रशिक्षित होंगे, तुरंत ही लायन सफारी खोल दी जाएगी। यह बात सफारी पार्क के नए निदेशक एवं कानपुर मंडल के प्रमुख वन सरंक्षक कृष्ण कुमार ङ्क्षसह ने गुरुवार को चार्ज संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने बताया कि इटावा सफारी पार्क विश्व स्तरीय है और इसको विकसित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। लायन सफारी को खोलना प्राथमिकता में शामिल है। आगरा सर्किट से जुड़े होने के कारण यहां पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। पर्यटकों को यहां आकर्षित करने के लिए वो सारे काम किए जाएंगे जो जरूरी होंगे। प्रकृति चित्रण केंद्र को भी जल्द ही खोला जाएगा। इस अवसर पर 31 मार्च को सेवानिवृत्त हुए पूर्व निदेशक राजीव मिश्रा, उपनिदेशक सुरेश चंद राजपूत, रेंजर विनीत सक्सेना, डॉ. केपी वर्मा भी मौजूद रहे।
इनका ये है कहना
- इटावा सफारी पार्क में भालू सफारी में भालुओं का कुनबा बढ़ाने की योजना है, जल्द ही इसको अमली जामा पहनाया जाएगा। इसके लिए तैयारी चल रही है।
सुरेश चंद राजपूत, उपनिदेशक इटावा सफारी पार्क