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पीएफ संबंधी शिकायत है तो ई-इंस्पेक्शन है ना, कंपनी के दफ्तर जाए बगैर अफसर करेंगे समाधान

कर्मचारी को पीएफ को लेकर शिकायत ऑनलाइन दर्ज कराने की सुविधा दी गई है इसमें अफसर कंपनी के दफ्तर जाए बिना ऑनलाइन दस्तावेज मंगाकर समाधान करेंगे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 07:01 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 07:01 PM (IST)
पीएफ संबंधी शिकायत है तो ई-इंस्पेक्शन है ना, कंपनी के दफ्तर जाए बगैर अफसर करेंगे समाधान
पीएफ संबंधी शिकायत है तो ई-इंस्पेक्शन है ना, कंपनी के दफ्तर जाए बगैर अफसर करेंगे समाधान

कानपुर, [समीर दीक्षित]। फैक्ट्रियों, कंपनियों और संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें पीएफ संबंधी शिकायत के लिए न तो कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत है और न ही अब कंपनी प्रबंधन भी शिकायत की जांच कर रहे संबंधित अफसर से सीधे मिलकर घालमेल कर सकेंगे। केंद्र सरकार की पहल पर पीएफ संबंध शिकायत के लिए ई-इंस्पेक्शन पोर्टल पर ऑनलाइन की सुविधा शुरू हो गई है। इसपर मिली शिकायतों के आधार पर पहले चरण में 35 हजार कंपनियों को नोटिस भी दी जा चुकी है।

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पीएफ के लिए ऑनलाइन विकल्प

कर्मचारियों को भविष्य निधि संबंधी शिकायत दर्ज कराने के लिए ऑनलाइन विकल्प दिया गया है। विभाग की ओर से ई-इंस्पेक्शन शिकायत पोर्टल शुरू किया गया है। इसमें पीड़ित कर्मचारी अपनी शिकायत दर्ज कराएगा और विभाग के अफसर व निरीक्षक संबंधित कंपनी के कार्यालय में जांच करने नहीं जाएंगे। बल्कि शिकायत के आधार पर संबंधित कंपनी से ऑनलाइन ही दस्तावेज मांगेंगे और उनका समाधान करेंगे। समस्या समाधान प्रक्रिया की पूरी जानकारी शिकायतकर्ता के पास मोबाइल पर पहुंचती रहेगी।

क्यों पड़ी जरूरत

दरअसल, सरकार के पास ऐसी तमाम शिकायतें पहुंची थी, जिनमें विभाग के अधिकारियों और निरीक्षकों द्वारा वसूली के लिए कंपनी के कर्मचारियों को परेशान किए जाने का जिक्र था। इसलिए अब पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन करके विभाग ने ई-इंस्पेक्शन को देशभर के सभी पीएफ कार्यालयों में लागू कराया है। शिकायतों के आधार पर पहले चरण में 35 हजार कंपनियों को गई नोटिस दी गई है। कानपुर रीजन के 15 कार्यालयों में 300 से अधिक कंपनियों को नोटिस भेजकर ई-इंस्पेक्शन के लिए कहा गया है।

इस तरह की आती हैं शिकायतें

  • पीएफ की कटौती का न किया जाना।
  • पीएफ की कटौती मानक के मुताबिक न होना।
  • कंपनी में 20 से अधिक कर्मी होने के बाद भी कटौती न किया जाना।
  • कंपनी द्वारा पीएफ का समय से भुगतान न किया जाना।
  • पीएफ में कवर न किया जाना।

व्यवस्था को बताया बेहतर

  • ई-इंस्पेक्शन एक केंद्रीयकृत व्यवस्था है। इसका क्रियान्वयन होने से सभी को राहत मिलेगी। प्रक्रिया पारदर्शी है। शिकायतों के समाधान की जानकारी मैसेज से मिल सकेगी। - विजय विक्रम बहादुर सिंह, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त, ईपीएफओ
  • ई-इंस्पेक्शन जैसी व्यवस्था, पीएफ के साथ श्रम विभाग व ईएसआइ के कार्यालयों में भी लागू करें। इनसे एक बड़ा वर्ग जुड़ा है। सभी लोगों के लिए यह बहुत जरूरी कदम है। - राजेश शुक्ला, वरिष्ठ कर्मचारी नेता

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