टीकाकरण के लिए उत्साह, वैक्सीन का संकट
केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने वालों की रोजाना उमड़ रही है भीड़।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कोरोना वायरस को पटखनी देने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। वे स्वयं को मजबूत करके संक्रमण की चेन तोड़ने के प्रयास में जुटे हुए हैं। उनका हौसला और जोश टीकाकरण केंद्रों में दिखाई दे रहा है। रोजाना सुबह से लंबी लाइन लग रही है। धूप, उमस और गर्मी उनके जोश के आगे बौने साबित हो रहे हैं, लेकिन अगले कुछ दिन टीकाकरण की रफ्तार धीमी हो सकती है। इसके पीछे वजह वैक्सीन की किल्लत है।
कानपुर में करीब 11 हजार वैक्सीन बची हुई हैं। ऐसे में केंद्रों की संख्या सीमित की जा सकती है। मंडल का स्टोर खाली हो गया है। अगले दो दिन मे वैक्सीन की डोज आने की संभावना है। तब तक के लिए 13 केंद्रों पर ही वैक्सीनेशन किया जाएगा। इसमें हैलट, उर्सला, डफरिन अस्पताल और 10 सीएचसी हैं। एडी हेल्थ डॉ. जीके मिश्रा ने बताया कि कानपुर में बुधवार शाम को छह से सात हजार डोज बची थीं। गुरुवार को चार हजार डोज मंडलीय स्टोर से दिए गए हैं। गुरुवार को 2760 के टारगेट का लक्ष्य निर्धारित था। दूसरी डोज भी लगाई गई। वैक्सीन एक या दो दिन में आ सकती है। स्टॉक आते ही केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
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केंद्रों पर घंटों इंतजार करते रहे लाभार्थी
जागेश्वर अस्पताल में टीकाकरण के लिए लाभार्थी सुबह से लाइन में लग गए। कुछ लोग तो सुबह छह बजे से ही आ गए थे। नौ बजे के बाद केंद्रों में स्टाफ पहुंचा। सुबह दस बजे तक उन्हें वैक्सीन नहीं मिल सकी। ऑनलाइन पंजीयन वालों ने नाराजगी जताई। केंद्र पर और भीड़ बढ़ गई। स्टाफ ने उन्हें वैक्सीन नहीं लगने की जानकारी दी। भीषण गर्मी के चलते कुछ लोग बेहोश भी हो गए। पार्षद नवीन पंडित ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से सही बात नहीं बताई गई थी, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यही स्थिति बिठूर रोड अर्बन सीएचसी की थी। वहां भी लंबी लाइन लग गई। लाभार्थियों ने वैक्सीन के बारे में पूछा तो स्टाफ ने अभद्रता की। कृष्णा नगर वैक्सीनेशन सेंटर पर टीके न लगने से गुस्साए लोगों ने हंगामा किया।
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दंपती से अभद्रता कर लौटाया
बर्रा छह निवासी साहित्यकार चक्रधर शुक्ला पत्नी दीपा शुक्ला के साथ बुधवार सुबह 10 बजे गुजैनी स्थित वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे। उन्होंने ऑनलाइन बुकिग कराई थी। उन्हें केंद्र के अंदर जाने नहीं दिया गया। चक्रधर शुक्ला के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने उनसे कहा कि ऑनलाइन पंजीयन यहां मान्य नहीं है। बस टोकन सिस्टम चलता है। सुबह सात बजे से टोकन मिलता है। वैक्सीन लगवानी है तो सुबह छह बजे आना पड़ेगा। साहित्यकार ने जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की है।