कानपुर में इस पार्क के बन जाने के बाद पांच सौ से अधिक युवाओं को मिलेगा रोजगार
भूमि के हस्तांतरण की प्रक्रिया और भवन तोडऩे के लिए कार्यदायी संस्था के चयन में हुई देरी के कारण प्रोजेक्ट अटका रहा। अब यह मूर्त रूप लेने जा रहा है क्योंकि भवन तोडऩे का कार्य ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग को दिया गया है।
कानपुर, जेएनएन। पनकी स्थित अपट्रान एस्टेट की 10 हजार वर्गमीटर भूमि पर साफ्टवेयर टेक्नोलाजी पार्क की स्थापना की प्रक्रिया नवंबर से शुरू होगी। पार्क के निर्माण के लिए अपट्रान एस्टेट के भवन को तोडऩे का कार्य ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग ने शुरू कर दिया है। पार्क के निर्माण में 25 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके बनकर तैयार होने के बाद उप्र इलेक्ट्रानिक कारपोरेशन प्रबंधन मूलभूत सुविधाएं विकसित करेगा। भवन को साफ्टवेयर टेक्टनोलाजी पार्क आफ इंडिया (एसटीपीआइ) को हस्तांतरित किया जाना है। इस पार्क के बन जाने के बाद यहां पांच सौ से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
प्रदेश सरकार सूबे में बड़े पैमाने पर साफ्टवेयर टेक्नोलाजी पार्कों की स्थापना कराना चाहती है, ताकि कंप्यूटर साइंस से बीटेक और एमटेक करने वाले युवाओं को नौकरी मिल सके और वे अपनी कंपनी खोल सकें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर उप्र इलेक्ट्रानिक कारपोरेशन प्रबंधन ने पनकी स्थित अपट्रान एस्टेट की भूमि को साफ्टवेयर टेक्नोलाजी पार्क की स्थापना के लिए तीन साल पहले लिया था। भूमि के हस्तांतरण की प्रक्रिया और भवन तोडऩे के लिए कार्यदायी संस्था के चयन में हुई देरी के कारण प्रोजेक्ट अटका रहा। अब यह मूर्त रूप लेने जा रहा है, क्योंकि भवन तोडऩे का कार्य ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग को दिया गया है। उसने काम शुरू भी कर दिया है। जल्द ही भवन निर्माण के लिए कंपनी का चयन भी कर लिया जाएगा। दीपावली से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखवाने की तैयारी है।