मेट्रो को टनल में ले जाने के लिए काम शुरू, स्काउट भवन के सामने से उतरना शुरू होगा एलीवेटेड ट्रैक
कानपुर शहर में मेट्रो का काम तेजी से कराया जा रहा है। मोतीझील बृजेंद्र स्वरूप पार्क से अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए पूरा खाका बना है। क्रिकेटर्स मैदान में खंभे बनाने के लिए खोदाई की शुरुआत की जाएगी ।
कानपुर, जेएनएन। मेट्रो को अंडरग्राउंड टनल में ले जाने के लिए रविवार को बृजेंद्र स्वरूप पार्क में एलीवेटेड ट्रैक के निर्माण का कार्य शुरू हो गया। स्काउट भवन के सामने से एलीवेटेड ट्रैक को अंडरग्राउंड टनल में उतारा जाएगा।
प्राथमिक कॉरीडोर का आखिरी स्टेशन मोतीझील है। इसके बाद अगला स्टेशन चुन्नीगंज होगा, जो अंडरग्राउंड होगा। मोतीझील और चुन्नीगंज के बीच बृजेंद्र स्वरूप पार्क से मेट्रो का रूट अंडरग्राउंड टनल में चला जाएगा। कुछ दिन पहले ही इसका टेंडर फाइनल हो चुका है। मेट्रो को मोतीझील स्टेशन के बाद बृजेंद्र स्वरूप पार्क से अंडरग्राउंड टनल में ले जाने के लिए रविवार को बृजेंद्र स्वरूप पार्क में खोदाई का कार्य शुरू हो गया। यहां एलीवेटेड ट्रैक के खंभे बनाए जाएंगे। क्रिकेटर्स मैदान पर खंभे खोदने के बाद यह रास्ता आगे सड़क को पार करते हुए जल निगम वाले मैदान पर चला जाएगा।
आइआइटी स्टेशन से शुरू होगा मेट्रो के ट्रैक बिछाने का काम
प्राथमिक कॉरीडोर में करीब सात किमी क्षेत्र में यू गार्डर लगाए जाने के बाद अब ट्रैक बिछाने के कार्य का काम जल्द शुरू होने वाला है। एलएंडटी को इसका टेंडर भी हासिल हो गया है। मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक आइआइटी से ही कार्य की शुरुआत हुई है और शहर में मेट्रो का सबसे ज्यादा कार्य उसी स्टेशन पर हुआ है। अब ट्रैक बिछाने का काम भी आइआइटी स्टेशन से ही शुरू होगा। इस कॉरीडोर में खंभे लगाने के लिए गड्ढे खोदने का कार्य करीब-करीब पूरा हो गया है, वहीं 513 में 400 खंभे भी बनाए जा चुके हैं।
अब यू गार्डर लगाने का कार्य तेजी पर है और नौ किमी लंबे प्राथमिक कॉरीडोर में करीब सात किमी यू गार्डर बिछाए जा चुके हैं। आइआइटी और कल्याणपुर स्टेशन के पास ट्रैक बीम का कार्य भी हो गया है। ट्रैक बिछाने से पहले यह जरूरी होता है। इस बीच प्राथमिक कॉरीडोर में ट्रैक बिछाने के लिए एलएंडटी को टेंडर हासिल हो गया है। यह रफ्तार बता रही है कि मेट्रो अपने कार्य जल्द पूरा करना चाह रहा है। पहले कॉरीडोर में नौ किमी की दूरी में एलएंडटी को अप एंड डाउन दोनों लाइन पर ही ट्रैक बिछाना है। इसकी वजह से ये रूट करीब 18 किमी का हो जाएगा।