मतदाता जागरूकता के लिए अब पाठ्यक्रम में शामिल होगी निर्वाचन प्रक्रिया
मतदान का महत्व ब'चों को समझाने के लिए अब चुनाव की प्रक्रिया पाठ्यक्रम में शामिल की जाएगी। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने यह फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : मतदाता जागरूकता के लिए अब कक्षा छह से बारहवीं तक के पाठ्यक्रम में निर्वाचन प्रक्रिया को शामिल किया जाएगा। इसके जरिए बच्चों को क्लासरूम में यह बताया जाएगा कि मतदान लोकतंत्र के लिए कितना जरूरी है। उन्हें ईवीएम मतदाता सूची में नाम बढ़ाने वीवीपैट मतदाता सूची से नाम कटवाने आदि की जानकारिया आसानी से मिल जाएंगी।
इसके पीछे का कारण यह है कि जब बच्चे व्यस्क हों और उन्हें मतदान का अधिकार मिले तो वह इसके महत्व से पूरी तरह परिचित हों। इसके साथ ही वह लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करे। बड़े होकर वह खुद मतदान करने जाएं ही साथ ही परिवार के सदस्य और आसपास के लोगों को भी ले जाएं। इसलिए इस विषय को पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने किया है बुधवार को शीशे में आयोजित मतदाता शिक्षा जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य राज्य निर्वाचन अधिकारी रत्नेश सिंह कहा कि अब जरूरी हो गया है कि बच्चों को भी चुनाव के संबंध में जानकारी दी जाए और लोकतंत्र की मजबूती के लिए उनकी सहभागिता बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि मतदान के समय जो जागरूकता रैली निकाली जाती है मतदाताओं पर उनका कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। साथ ही फेसबुक, ट्विटर व वाट्सएप समेत सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों से जागरूकता के जो कार्यक्रम चलाए जाते हैं उनका असर मतदाताओं पर इतना नहीं होता है जितने की जरूरत है। यह बात एक सर्वे में पता चली है। यही वजह है कि स्कूलों व कॉलेजों में मतदाता जागरूकता के लिए एक क्लब बनेगा। इसके जरिए बच्चों को जागरूक किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर, कानपुर नगर के डीएम सुरेंद्र सिंह, कानपुर देहात के डीएम राकेश कुमार सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी समीर वर्मा के अलावा विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य व शिक्षक मौजूद रहे