यूपी बार काउंसिल में एल्डर्स कमेटी तलब, लॉयर्स चुनाव में पुनर्मतदान पर हो सकता है निर्णय
एल्डर्स कमेटी पत्र भेजकर यूपी बार काउंसिल को अपना पक्ष स्पष्ट कर चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि पदाधिकारी अब यूपी बार काउंसिल में उपस्थित होकर अपना पक्ष नहीं रखेगी। एल्डर्स कमेटी का कहना है कि चुनाव की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से कराई गई है।
कानपुर, जेएनएन। लॉयर्स एसोसिएशन चुनाव में अनियमितता की शिकायत पर यूपी बार काउंसिल की तीन सदस्यीय कमेटी जांच करेगी। इसके लिए एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन समेत चुनाव से जुड़े सभी लोगों को अपना पक्ष रखने के लिए उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। बहरहाल एल्डर्स कमेटी ने यूपी बार काउंसिल को पत्र भेजकर पहले ही आगाह कर दिया है कि उन्हें संस्था के चुनाव में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है। इसके बाद माना जा रहा है कि एल्डर्स कमेटी अब यूपी बार काउंसिल में उपस्थित होकर अपना पक्ष नहीं रखेगी।
लॉयर्स एसोसिएशन चुनाव में अनियमितता को लेकर संस्था के पदाधिकारियों ने यूपी बार काउंसिल में शिकायत की थी। जिसके बाद चेयरमैन जानकी शरण पांडेय ने प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। एल्डर्स कमेटी को निर्देश दिए थे कि वह चुनाव संबंधी समस्त दस्तावेजों के साथ 28 नवंबर को यूपी बार काउंसिल में अपना पक्ष रखें। उधर, एल्डर्स कमेटी के अपना पक्ष पत्र के माध्यम से यूपी बार काउंसिल में रखा, जिसमें कहा गया था कि समस्त प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न की गई है। मतदान के बाद मतगणना का निर्णय भी प्रत्याशियों की सहमति के बाद लिया गया था।
इसके साथ ही संस्था के चुनाव में हस्तक्षेप का अधिकार न होने के हाईकोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए यूपी बार काउंसिल को साफ कर दिया था कि वह किसी का दबाव नहीं मानेंगे। इसके ठीक दूसरे दिन यूपी बार काउंसिल के चेयरमैन ने अनियमितता की जांच के लिए बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष अमरेंद्र नाथ सिंह, सीनियर एडवोकेट देवेंद्र मिश्र नगरहा और राकेश पाठक की तीन सदस्यीय विशेष समिति गठित कर दी।
समिति ने गठन के साथ ही एल्डर्स कमेटी समेत सभी पक्षों को तलब भी कर लिया। चूंकि इस बात की अधिक संभावना है कि जवाब देने के लिए एल्डर्स कमेटी यूपी बार काउंसिल में उपस्थित नहीं होगी इसलिए समिति ने ईमेल आइडी uttarpradeshbarcouncil@gmail.com पर 23 नवंबर दोपहर 1:45 बजे तक जवाब देने का समय दिया है। जानकार मानते हैं कि पुनर्मतदान को लेकर यह कवायद चल रही है, ऐसे में बूथ नंबर सात और आठ पर पुनर्मतदान का निर्णय लिया जा सकता है।