बकरीद पर नहीं होगी सामूहिक नमाज, कानपुर में नहीं लगेगा जानवरों का बाजार
जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट में बकरीद को लेकर बैठक में मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं की सहमति से फैसला लिया।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना के कारण इस बार बकरीद पर सामूहिक नमाज नहीं होगी। सर्वसम्मति से यह निर्णय कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में लिया गया। मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने कहा कि कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए हमें शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा।
कुर्बानियां खुले में नहीं होंगी। बंद स्थानों पर पूरी व्यवस्था के साथ परंपरागत तरीके से कुर्बानी दी जाएगी। प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी नही की जाएंगी। बकरीद के मौके पर जानवरों के बाजार नही लगेंगे। बैठक में सर्व सहमति से यह भी निर्णय लिया गया कि जो भी कारोबारी जानवरों को लेकर आते हैं, उनकी व्यवस्था कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार संबंधित एसीएम,सीओ के द्वारा की जाएगी। सीओ और एसीएम ही निरीक्षण कर स्थल का चयन करेंगे ताकि वहां पशुओं की बिक्री हो सके।
जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का किसी भी दशा में उल्लंघन नहीं होना चाहिए। नगर निगम बकरीद से पहले सभी क्षेत्रों में अभियान चलाकर सफाई करे और नाले-नालियों की गंदगी को साफ कराए। जिन स्थानों पर कूड़ा डाला जाता है, वहां पहले से ही सफाई करा दी जाए। थानावार नगर निगम कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए, जिससे की सूचना मिलने पर तत्काल अपशिष्ट का निस्तारण किया जा सके। शहरकाजी मतीन -उल-हक उसामा व मुफ्ती आजम कानपुर मौलाना अहमद अशरफी के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। बैठक में एडीएम सिटी विवेक कुमार श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट हिमांशु गुप्ता, शहरकाजी आलम रजा खां नूरी, शहरकाजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस हादी आदि उपस्थित रहे।