तीन दर्जन मोहल्लों में जलापूर्ति का संकट
घटिया पाइपों के कारण दो लाख से अधिक लोगों के हिस्से का पानी सड़क पर बहा, मोतीझील में लीकेज के चलते लोअर गंगा कैनाल से रोज होने वाली पांच करोड़ लीटर जलापूर्ति नहीं हुई
जागरण संवाददाता, कानपुर : जल निगम के घटिया पाइपों का खामियाजा तीन दर्जन मोहल्लों के दो लाख से ज्यादा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। मोतीझील में लीकेज के चलते लोअर गंगा कैनाल से रोज होने वाली पांच करोड़ लीटर जलापूर्ति नहीं हुई। इसके चलते लो प्रेशर से जलापूर्ति होने के कारण घरों की ऊपरी मंजिलों में पानी नहीं चढ़ पाया।
लोअर गंगा कैनाल से रोज जलकल को पांच करोड़ लीटर जलापूर्ति होती है। पनकी से जलकल मुख्यालय तक पाइप डाला गया है। नगर निगम मुख्यालय मोतीझील के पीछे सोमवार लोअर गंगा कैनाल के पाइप में सुबह लीकेज हो जाने से जलापूर्ति रोक दी गई। भैरोघाट पंपिंग स्टेशन से मिले 20 करोड़ लीटर कच्चे पानी को ट्रीट करके जलापूर्ति की गई। इसके चलते लो प्रेशर से पानी आया और कई इलाकों में ऊपरी मंजिल में पानी नहीं चढ़ पाया। लोगों को बाल्टी से पानी भर कर ऊपरी मंजिल तक ले जाना पड़ा।
इन इलाकों में रहा संकट
रामबाग, दर्शनपुरवा, कौशलपुरी, प्रेमनगर, गांधीनगर, जवाहर नगर, नेहरू नगर, परेड, पीरोड, चमनगंज, बेकनगंज, नई सड़क, परमट, सूटरगंज समेत कई इलाकों में पानी का संकट रहा।
न्यूमेरिक..
आबादी -दो लाख
रुकी जलापूर्ति- 5 करोड़ लीटर मोतीझील में छह जगह हुआ लीकेज
जल निगम द्वारा आठ साल पहले लोअर गंगा कैनाल में पाइप डाला गया था। नगर निगम गेस्ट हाउस से लेकर उद्यान विभाग मोतीझील तक छह बार लीकेज हो चुका है। इसके चलते कई दिनों तक जलापूर्ति रुकी रहती है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
लगातार हो रहे लीकेजों की जांच कराई जाएगी। लापरवाह अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी- प्रमिला पांडेय, महापौर
.......... मालरोड में ठीक हुआ लीकेज
लीकेज के चलते बीएसएनएल दफ्तर मालरोड के सामने रविवार को सड़क उखड़ गई थी। सोमवार को जल निगम टीम ने लीकेज को ठीक कराकर, गढ्डे को भरवाया।