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सीमा पर तैनात सैनिकों को बचाएगी हर्बल मच्छरदानी, जान से जाएंगे मच्छर

कानपुर में डीएमएसआरडीई की प्रदर्शनी में छाया डीआरएल तेजपुर का आविष्कार।

By AbhishekEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 06:49 PM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2019 10:32 AM (IST)
सीमा पर तैनात सैनिकों को बचाएगी हर्बल मच्छरदानी, जान से जाएंगे मच्छर
सीमा पर तैनात सैनिकों को बचाएगी हर्बल मच्छरदानी, जान से जाएंगे मच्छर

कानपुर,[गौरव दीक्षित]। देश की सरहद पर तैनात सैनिक अक्सर जंगलों में रात बिताते हैं। आखों में नींद होते हुए भी वे सो नहीं पाते। वजह बनते हैं मच्छर। मगर, अब सैनिकों को मच्छर परेशान नहीं कर सकेंगे। सेना ने ऐसी हर्बल मच्छरदानी तैयार की है जिसके संपर्क में आते ही मच्छरों का काम तमाम हो जाएगा। यह विशेष मच्छरदानी असोम राज्य के तेजपुर स्थित डीआरडीओ की डिफेंस रिसर्च लैबोरेट्री (डीआरएल) में तैयार की गई है। हर्बल पदार्थों से निर्मित होने से इसे हर्बल मच्छरदानी नाम दिया गया है।

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मच्छरदानी के संपर्क में आते ही मच्छर मर जाएगा

रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (डीएमएसआरडीई) में आयोजित रक्षा उत्पाद प्रदर्शनी में लैबोरेट्री की ओर से यह मच्छरदानी रखी गई। अधिकारियों के मुताबिक आम मच्छरदानी केवल मच्छरों को अदंर आने से रोकती है। कई बार सो रहा व्यक्ति बेड के किनारे आ जाता है, तब मच्छर मच्छरदानी पर बैठकर काटने लगते हैं। मच्छरदानी में छेद होने से भी मच्छर अंदर पहुंच जाते हैं। मगर, हर्बल मच्छरदानी के संपर्क में आते ही मच्छर या तो मर जाएगा या बेहोश हो जाएगा। डीआरएल तेजपुर के डॉ. पीके रावल के मुताबिक अब इसके थोक उत्पादन पर विचार शुरू हो चुका है। कई कंपनियों ने इसे तैयार करने के लिए संपर्क किया है। आने वाले दिनों में यह सेना के अलावा आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी।

जेब भी नहीं होगी ढीली

हर्बल मच्छरदानी आम मच्छरदानी जितनी कीमत की ही होगी। फिलहाल इसकी कीमत व्यावसायिक उत्पादन से पहले तय करना मुमकिन नहीं होगा। डीएमएसआरडीई के अपर निदेशक डीएन त्रिपाठी ने बताया कि हर्बल मच्छरदानी छह साल तक चलेगी, जिसे 20 बार धोया जा सकेगा।

नजदीक नहीं आएगा सांप

डीआरएल तेजपुर द्वारा एक स्प्रे ईजाद किया गया है, जिसकी गंध बेहद तीक्ष्ण है। दावा है कि एक बार घर के चारों ओर स्प्रे कर दिया जाए तो बारिश के मौसम भर सांप घर के अंदर नहीं आएगा। यह स्पे्र सांपों से प्रभावित क्षेत्रों में सेना व आम लोगों के लिए बेहद मुफीद साबित होगा।


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