अफसरों की लेट-लतीफी से चढ़ा डॉ. जोशी का पारा
जागरण संवाददाता, कानपुर : अफसरों की लेट-लतीफी ने वरिष्ठ भाजपा नेता एवं सांसद डॉ. मुरली मनोहर
जागरण संवाददाता, कानपुर : अफसरों की लेट-लतीफी ने वरिष्ठ भाजपा नेता एवं सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी का पारा चढ़ा दिया। अधिकारियों ने उन्हें कलेक्ट्रेट परिसर में सोलर लाइट का उद्घाटन करने को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया लेकिन आयोजक अधिकारी ही उनके समारोह में आने के बाद पहुंचे। उनका इंतजार कर रहे डॉ. जोशी फिर भी नाराजगी को दबाए रहे लेकिन उनका गुस्सा तब सातवें आसमान पर पहुंच गया, जब उद्घाटन के दौरान फीता काटने के लिए कैंची नहीं मिली। करीब दो मिनट तक इंतजार के बाद उन्होंने हाथ से फीते की गांठ खोल दी। जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने दोबारा फीता बांधकर स्थिति संभालने की कोशिश की, इसी बीच कैंची व नारियल लेकर ठेकेदार पहुंचा पर उन्होंने न तो नारियल फोड़ा, न ही फीता काटा। ठेकेदार को डांटने के बाद वह तुरंत वहां से चले गए। डीएम ने चूक स्वीकारते हुए अपर जिलाधिकारी नगर से स्पष्टीकरण तलब किया है।
अटल ज्योति योजना के तहत कलेक्ट्रेट और कचहरी परिसर में सांसद निधि से 20 लाइटें लग रही हैं। कलेक्ट्रेट स्थित पार्क में लगाई गई लाइट का डॉ.जोशी को पूर्वाह्न 11 बजे उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया था। वह 11.20 बजे वहां पहुंचे तो वहां उनके स्वागत को भी कोई अफसर मौजूद नहीं था, जबकि अपर जिलाधिकारी नगर (एडीएम सिटी) सतीश पाल को उनका स्वागत करना था। उनके आने के दो-तीन मिनट बाद एडीएम सिटी वहां पहुंचे और उन्होंने अपना परिचय दिया। इसके बाद पार्क में पहुंचे डॉ.जोशी ने लाइट के बारे में जानकारी ली और फिर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने लगे। इस बीच वहां डीएम भी आ गए। डीएम ने उन्हें बताया कि एक जिला पंचायत सदस्य और कुछ ग्राम पंचायतों में प्रधान पद का उप चुनाव हो रहा है, वे मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने गए थे। माल्यार्पण के बाद डॉ.जोशी उद्घाटन स्थल पर पहुंचे और फीता काटने को कैंची मांगी। कैंची लाने में हो रही देरी से खफा डॉ.जोशी ने फीता खोल दिया। उन्हें ऐसा करते देख सभी के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं। डीएम ने फीता उठाया और फिर से डंडे में बांधा। इस बीच सोलर लाइटें लगा रही मदनानी इंजीनिय¨रग कंपनी का ठेकेदार थाली में नारियल और कैंची लेकर पहुंचा। ठेकेदार ने उनके सामने नारियल बढ़ाया पर सांसद ने नारियल फोड़ने और फीता काटने से इन्कार कर दिया। उन्होंने नाराजगी जताते हुए ठेकेदार से कहा कि वह उसका ठेका रद करा देंगे। इसके बाद वह तुरंत कार में बैठे और चले गए। डीएम ने एडीएम सिटी से देर से पहुंचने का कारण पूछा तो एडीएम ने बताया कि उन्हें उनके आगमन की सही जानकारी नहीं मिल पाई थी। थोड़ी देर बाद डीएम और एडीएम सिटी ने सर्किट हाउस पहुंचकर उनसे मुलाकात की। डीएम ने इस मामले पर कहा कि चूक तो हुई है। एडीएम सिटी देर से पहुंचे थे, उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। इधर एडीएम सिटी ने कहा कि कि सांसद जी का पूरा सम्मान है, उनके आगमन की सही जानकारी न मिल पाने की वजह से समस्या आई।