सोशल मीडिया पर हेल्थ केयर वर्कर्स पर काेरोना वैक्सीन ट्रायल की मुहिम, कानपुर कर रहा अगुवाई
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (इंडियन) और भारत बायोटेक मिलकर कोरोना वैक्सीन पर काम कर रहे हैं दूसरे चरण के ट्रायल के परिणाम उत्साहजनक मिलने पर अब तीसरे फेज के ट्रायल के लिए डॉक्टर सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। हेल्थ केयर वर्कर्स पर कोरोना वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल करने की मुहिम की अगुवाई कानपुर कर रहा है। सोशल मीडिया के जरिए डॉक्टर, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टॉफ ने मुहिम चला रहे हैं। इस मुहिम का ही असर है कि प्रधानमंत्री ने वैक्सीन का व्यापक करने का ऐलान किया है। केंद्र सरकार की पहल पर राज्य सरकार ने सरकारी एवं निजी क्षेत्र के हेल्थ वर्कर्स का डाटा एकत्र कर रहे हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (इंडियन) एवं भारत बायोटेक मिलकर स्वदेश कोरोना वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। दूसरे चरण का ट्रायल के परिणाम उत्साजनक आए हैं। इसका डाटा कम्पाइल किया जा रहा है, ताकि ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया को भेजा जा सके। उसके अध्ययन के बाद भी तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति प्रदान की जाएगी। तीसरे चरण में अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने की तैयारी है। इसे देखते हुए नर्सिंग होम एसोसिएशन ने सभी हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन लगवाने की मुहिम शुरू की है। सोशल मीडिया के जरिए अब तक जिले से नर्सिंग होम संचालक, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अस्पतालों के सहयोगी कर्मचारी वाट्सएप एवं फेसबुक के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लगातार संदेश भेज रहे हैं।
तीन हजार से अधिक संदेश
जिले से तीन हजार से अधिक संदेश पत्र फेसबुक एवं वाट्सएप के जरिए प्रधानमंत्री को भेजे जा चुके हैं। इसमें आग्रह किया गया है कि सात माह से हेल्थ केयर वर्कर्स कोविड ड्यूटी में लगे हैं। कोविड हॉस्पिटल में ड्यूटी कर रहे हैं। दो चरण की वैक्सीन की सफलता को देखते हुए तीसरे चरण का ट्रायल हेल्थ केयर वर्कर्स पर किया जाए। ताकि उनका रिस्क कम हो सके।
दोहरा फायदा मिलेगा
देश भर में कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर कई हेल्थ वर्कर्स जान गवां चुके हैं। हेल्थ वर्कर्स को तीसरे चरण के वैक्सीन ट्रायल में शामिल करने का दोहरा फायदा मिलेगा। इसके लिए अलग से वॉलंटियर्स की व्यवस्था नहीं करनी पड़ेगी। कोरोना से सीधे दो-दो हाथ करने वाले हेल्थ वर्कर्स भी सुरक्षित हो जाएंगे।
- हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण में शामिल करने की मुहिम सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू की गई थी। जिले से तीन हजार से अधिक संदेश प्रधानमंत्री को भेजे गए थे। प्रधानमंत्री की पहल पर केंद्र एवं राज्य सरकारें सरकारी एवं निजी क्षेत्र के हेल्थ वर्कर्स का डाटा एकत्र कर रहीं हैं। - डॉ. महेंद्र सरावगी, अध्यक्ष, नर्सिंग होम एसोसिएशन।