Coronavirus Vaccination: कानपुर में वैक्सीनेशन के बाद डॉक्टर बोले- नहीं हुई कोई दिक्कत, पूरी तरह सुरक्षित है टीका
कानपुर में छह सेंटरों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण का अभियान शुरू हो गया है। डफरिन और बिधनू सीएचसी में सबसे पहले केंद्र अधीक्षक को टीका लगाया गया है। इसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन हो रहा है।
कानपुर, जेएनएन। शहर में शनिवार की सुबह प्रधानमंत्री का संबोधन समाप्त होते ही छह केंद्रों पर कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो गया। डफरिन अस्पताल और बिधनू सीएचसी में अधीक्षक को पहला टीका लगाया गया। उन्होंने टीका लगवाने के बाद अनुभव साझा किए और टीके को पूरी तरह सुरक्षित बताया है। टीकाकरण के बाद कोई परेशानी न होने की बात कही है।
कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले डफरिन अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस का टीका कब लग गया पता ही नहीं चला। किसी तरह कोई दिक्कत नहीं हुई, 10.48 मिनट पर वैक्सीन लगी थी। आधे घंटे ऑब्जरवेशन रूम में बैठा रहा, अब अपने कमरे में आकर काम कर रहा हूं। कोई घबराहट नहीं हुई। उन्होंने बताया कि टीके को लेकर पहले से विश्वास था। किसी भी तरह की कोई उलझन या नकारात्मक विचार नहीं थे, पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रहा हूं।
बेटी कृतिका सिंह का फोन आया, उसने भी हालचाल लिया। वह यूएसए में फेसबुक में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, अभी घर पर आई हुई है। घर से निकलने पर परिवार के लोग खुश थे। पत्नी डॉ. किरण सचान भी वैक्सीन लगवाएंगी। डॉ. सिंह के मुताबिक सारा स्टाफ वैक्सीनेशन को लेकर उत्साहित है। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ लगातार टीके लगवा रहे हैं। यह सरकार की ओर से चलाया जा रहा बड़ा अभियान है, इसमें किसी तरह का कोई संश्य नहीं होना चाहिए। जब भी बारी आए परिवार संग टीका लगवाएं।
बिधनू सीएचसी अधीक्षक डॉ. एसपी यादव ने कहा कि कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर हेल्थ वर्करों में पहले कुछ भय था। जिसे दूर करने के लिए निर्धारित समय 10:30 बजे पहला वैक्सीन का टीका खुद लगवाया। टीका लगने के बाद किसी प्रकार का कोई परेशानी या उलझन नहीं हुई। सब कुछ सामान्य रहा, उन्हें देखने के बाद कतार में खड़े हेल्थ वर्करों में उत्साह दिखा और 11:50 बजे तक 35 स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन किया गया है।