सीएसए कानपुर में दिन भर खाना न मिलने से भूख से बिलबिलाये छात्र सड़क पर उतरे
विवि के 11 छात्रावासों के सभी दो हजार से अधिक छात्र सुबह से शाम तक भूख से बिलबिलाते रहे। जब भूख सहन नहीं हुई तो सब्र का बांध टूट गया और छात्र सड़क पर उतर आए।
कानपुर (जेएनएन)। चंद्रशेखर आजाद (सीएसए) कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक तंत्र ने लापरवाही की हदें पार कर दीं। जिम्मेदारों के गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते विवि के 11 छात्रावासों के सभी दो हजार से अधिक छात्र सुबह से शाम तक भूख से बिलबिलाते रहे। जब भूख सहन नहीं हुई तो सब्र का बांध टूट गया और छात्र सड़क पर उतर आए। उन्होंने विवि प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और रावतपुर-नवाबगंज रोड पर जाम लगा दिया। कुछ ही देर में वाहनों की कतार लग गई। अधिकारियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद छात्रों को शांत कराया। बवाल की आशंका पर परिसर में फोर्स तैनात कर दिया गया।
हैरानी की बात यह है कि खाना न बनने के पीछे कोई तकनीकी कारण नहीं रहा बल्कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने मेस का भुगतान नहीं किया और मेस संचालकों ने मेस में ताला डाल दिया। 11 छात्रावासों के चूल्हे ठंडे विवि में बीएससी एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट्री, डेयरी, एग्रोनॉमी, एमएससी, एमबीए, पीएचडी के छात्रों के लिए 11 छात्रावास बने हुए हैं।
इनमें एपीजे अब्दुल कलाम, जेसी बोस, कर्पूरी ठाकुर, आरएसआरएल, तिलक, राजेंद्र प्रसाद, शताब्दी, रमन आदि छात्रावास शामिल हैं। इन्हीं में लखीमपुर खीरी कैंपस के छात्र भी रह रहे हैं। सुबह से मेस में ताला लटक गया। छात्र किसी तरह बाहर से भोजन करके क्लास रूम में चले गए। शाम को जब वापस लौटे तो उन्हें फिर खाना न बनने की जानकारी हुई। उन्होंने वार्डन और अनुशासन समिति के पदाधिकारियों को फोन किया लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
भूख से गुस्साए छात्रों ने गेट नंबर तीन के बाहर जाम लगा दिया। निजी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वह रावतपुर रोड पर आ गए। खाना बनने का मिला आश्वासन घटना के बाद निदेशक प्रशासन प्रो. मुनीष गंगवार, डीएसडब्ल्यू प्रो. डीआर सिंह, सुरक्षा अधिकारी प्रो. आरपी सिंह समेत कई प्रोफेसर मौके पर पहुंचे। छात्रों को शुक्रवार सुबह खाना बनने का आश्वासन देकर शांत कराया।
विश्वविद्यालय के मेस अकाउंट में 40 लाख रुपये आ गया है। चेक देने वाली कर्मचारी के बेटे की तबियत अचानक खराब हो जाने से उन्हें जयपुर जाना पड़ गया। शनिवार को सभी संचालकों को रुपये दे दिए जाएंगे। शुक्रवार से खाना बनेगा। -प्रो. मुनीष गंगवार, निदेशक प्रशासन
सीएसए फीस अकाउंट से मेस अकाउंट में रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं। काफी समय से खाते में रुपये नहीं थे। मेस संचालकों ने एकदम खाना बनाना बंद कर दिया। उनसे बातचीत हो गई है, शुक्रवार से खाना बनेगा। -प्रो. डीआर सिंह, डीएसडब्ल्यू सीएसए