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डायबिटीज की दवा 20 रु और बच्चों की एंटीबायोटिक 300 की जगह 102 रु. में खरीदें, सस्ती हुई बीपी और दर्द की भी दवा

मूल्य निर्धारण के दायरे में आए 84 साल्ट में मधुमेह के 50 काम्बिनेशन साल्ट शामिल हैं। इसके साथ ही अब दर्द निवारक हाईपरटेंशन एंटीबायोटिक दवाएं व इंजेक्शन भी सस्ते हो जाएंगे। सस्ती दवा से रोगियों को राहत मिलेगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 04 Jul 2022 01:42 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jul 2022 01:42 PM (IST)
डायबिटीज की दवा 20 रु और बच्चों की एंटीबायोटिक 300 की जगह 102 रु. में खरीदें, सस्ती हुई बीपी और दर्द की भी दवा
मधुमेह और बीपी रोगियों के लिए राहत भरी खबर।

कानपुर, जागरण संवाददाता। केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथारिटी (एनपीपीए) की पहल पर मधुमेह (डायबिटीज) की सभी नई दवाओं के काम्बिनेशन साल्ट सस्ते हो जाएंगे। इसके साथ ही हाइपरटेंशन, ब्लड प्रेशर (बीपी), हृदय रोग, एंटीबायोटिक और दर्द निवारक दवा, बच्चों की एंटीबायोटिक दवा और मलेरिया की दवा भी सस्ती हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसका गजट 30 जून को जारी कर दिया है। थोक एवं फुटकर दवा बाजार में जल्द ही सस्ती दवाएं उपलब्ध हो जाएंगी।

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एनपीपीए की पहल पर दवाओं के 84 काम्बिनेशन साल्ट (मालिक्यूल) को ड्रग प्राइस कंट्रोल आर्डर (डीपीसीओ) के अंतर्गत लिया गया है। इन मालिक्यूल से तैयार दवाओं का मूल्य निर्धारण भी कर दिया गया है। अब दवा निर्माता कंपनियां इन दवाओं को निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर नहीं बेची सकेंगी।

डीपीसीओ के दायरे में आईं 84 दवाओं के काम्बिनेशन साल्ट में 50 मधुमेह के हैं। इस पहल से मधुमेह की नई दवाओं की एक टेबलेट की कीमत 10 रुपये तक कम हो जाएगी। इसी तरह दर्द निवारणक इंजेक्शन डायक्लोफेनिक 20.72 रुपये से अधिक में नहीं मिलेगा। यह नौ रुपये सस्ता हो जाएगा।

बच्चों की एंटीबायोटिक दवा लिनोजेलिड अभी तक 300 रुपये से अधिक में मिलती थी, जिसका मूल्य 102 रुपये निर्धारित कर दिया गया है। एसिडिटी और सीने में जलन में इस्तेमाल की प्रमुख दवा रेबिप्रजोल सोडियम एंड डोमपेरिडोन का एक कैप्सूल 10.82 रुपये में मिलेगा। बच्चों के पेट में संक्रमण की ओफ्लाक्सिन एंड मेट्रोनिडाजोल एंटीबायोटिक सिरप भी सस्ता हो जाएगा।

एंटीबायोटिक इंजेक्शन में नहीं चलेगी मनमानी : एंटीबायोटिक इंजेक्शन में अभी तक फार्मा कंपनियों, दवा प्रतिनिधि एवं डाक्टरों की मनमानी चलती थी। इससे मरीज ठगे जाते थे। अब सेफ्ट्रियाकजोन-टेजोवेक्टम एंटीबायोटिक इंजेक्शन 168.43 रुपये में मिलेगा। वहीं, सेफ्ट्रियाकजोन-सल्वेक्टम इंजेक्शन 143.52 रुपये में मिलेगा। दवा निर्माता कंपनियां इन दवाओं का अधिक मूल्य नहीं ले सकेंगी।

-मधुमेह की नई दवाएं जो कारगर हैं, अब वह सस्ती हो जाएंगी। यह सरकार की अच्छी पहल है। दवाओं का मूल्य निर्धारण होने से फार्मा कंपनियां अधिकतम खुदरा मूल्य अपनी मर्जी से तय नहीं कर सकेंगी। इसका फायदा सस्ती दवाओं के रूप में मरीजों को मिलेगा। -संजय मेहरोत्रा, चेयरमैन, दि फुटकर दवा व्यपार मंडल।

-डीपीसीओ के दायरे में अभी तक 841 दवाओं के साल्ट थे। अब इसमें 84 साल्ट और जुड़ जाएंगे। इस बार सबसे बड़ी राहत मधुमेह की दवाओं में दी गई है। साथ ही एंटीबायोटिक इंजेक्शन के मनमाने दामों पर भी अंकुश लगेगा। बाजार में नए दामों की दवाएं भी जल्द आएंगी। -नंद किशोर ओझा, महामंत्री, दि दवा व्यापार मंडल।


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