Mahashivratri 2021: शिवालयों में नजर आया आस्था का सैलाब, लंबे इंतजार के बाद हुए भोले बाबा के दर्शन
कानपुर में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर लोगों में भक्ति का उल्लास चरम पर है। देर रात से ही शिवालयों के बाहर भक्तों की कतारें लग गईं और पट खुलते हुए दर्शन-पूजन का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह से ही मंदिर बम भोले के जयघोष से गूंजते रहे।
कानपुर, जेएनएन। हाथों में फूलों की डलिया और लोटे में गंगा जल, जुबां पर हर- हर महादेव का उद्घोष। ऐसा नजारा शहर समेत आसपास क्षेत्र के प्रमुख शिव मंदिरों में सुबह से देखने को मिला। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर गुरुवार को शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ता दिखाई दिया, शहर में आनंदेश्वर मंदिर और सिद्धनाथ मंदिर का रात्रि एक बजे से ही भक्तों की लंबी कतार लगी रही और पट खुलते ही दर्शन पूजन का सिलसिला शुरू हो गया। सभी जगह मंदिरों के बाहर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं ताकि किसी तरह की अव्यवस्था न फैले।
महाशिवरात्रि पर महादेव के दर्शन पूजन के लिए शिवालयों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। इस दौरान आनंदेश्वर मंदिर, बनखंडेश्वर मंदिर, सिद्धनाथ, नागेश्वर, जागेश्वर, खेरेश्वर मंदिर समेत सभी शिवालयों में दर्शन और जलाभिषेक के लिए भक्तों की कतार लगी है। बाबा आनंदेश्वर मंदिर में रात्रि दो बजे मंगल आरती के बाद मंदिर के पट खुले तो श्रद्धालुओं ने बाबा के जयकारा लगाते हुए प्रभु के दर्शन किए। मध्यरात्रि से मंदिर परिसर के बाहर प्रभु की झलक पाने को आतुर भक्तों ने गर्भ गृह में जल, दूध अर्पित किया। जाजमऊ के सिद्धनाथ धाम, बनखंडेश्वर मंदिर और नवाबगंज स्थित जागेश्वर महादेव मंदिर में भी भोर की आरती के बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
भक्तों ने बाबा को बेलपत्र, शहद, गंगा जल, दूध, भांग, धतूरा और पुष्प अर्पित कर सुख-समृद्धि की कामना की। नवाबगंज स्थित जागेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर बाबा को श्रद्धालुओं ने हल्दी अर्पित किया। पार्वती जी को भी हल्दी अर्पित की गई। मंदिर परिसर में बाबा के जयकारों से वातावरण भक्ति में हो गया। श्रद्धालु बाबा को स्पर्श करने को आतुर दिखा। मंदिर प्रबंधन द्वारा भक्तों की टोली बनाकर गर्भ गृह में प्रवेश दिया गया। एक टोली के आने के बाद ही गर्भ ग्रह में दूसरे टोली को दर्शन के लिए भेजा जा रहा है। पी रोड स्थित बनखंडेश्वर मंदिर में पहुंचे भक्तों ने पुष्प और बेलपत्र अर्पित कर भगवान भोलेनाथ से समस्त कल्याण की कामना की। शिवराजपुर में खेरेश्वर धाम में भोर पहर चार बजे से ही भक्तों की भीड़ पहुंच गई और महाआरती के बाद पट खुलते ही दर्शन और जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हो गया।