Dev Deepawali 2020: कानपुर के 23 तटों पर हजारों दीपों से जगमग होंगी गंगा, जानें-क्या है तैयारी
कानपुर शहर में गंगा देव दीपावली समिति के संरक्षक ने भक्तों से गंगा तट पर न आकर घरों के पास ही दीपक प्रज्जवलित करने की अपील की गई है। तट पर आने वाले भक्तों को मास्क देकर कोराना से बचाव के लिए जागकरू करने की तैयारी है।
कानपुर, जेएनएन। कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली मनाने की परंपरा है, जिसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। देर शाम सर्वार्थ सिद्धि योग में रोहिणी नक्षत्र में देव दीपावली का उत्सव मनाने के लिए श्रद्धालु दोपहर बाद से गंगा तटों पर जुटने लगे हैं। शाम होते ही शहर में 23 प्रमुख तटों पर हजारों दीपों की झिलमिलहाट से गंगा मइया रोशन होंगी। मान्यता है कि इस दिन गंगा में स्नान और दीप दान करने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है और भगवान श्री हरि विष्णु की कृपा बरसती है।
कानपुर शहर में भी प्रतिवर्ष 23 गंगा तटों पर देव दीपावली का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार संक्रमण को देखते हुए प्रशासन के साथ समितियों ने भी आयोजन को नियमों के साथ मनाने का फैसला किया है। गंगा देव दीपावली समिति के संरक्षक बाल योगी अरुण चैतन्य पुरी पिछले दिनों हुई प्रेसवार्ता में भक्तों को सीमित संख्या में गंगा तट पर आने की अपील की थी। समिति द्वारा भक्तों से अपने घरों के आसपास दीप जलाकर उत्सव मनाने का अाग्रह किया था। कोविड नियमों को देखते हुए गंगा तटों पर भीड़ एकत्र नहीं करनी है।
बिठूर से जाजमऊ तक प्रत्येक गंगा घाट पर समिति के सदस्यों का कुछ श्रद्धालुओं के साथ उत्सव को मनाने की तैयारी की गई है। एहतियात के तौर पर समिति अटल घाट पर केंद्रीय आयोजन करेगी जिसमें सैनिटाइजेशन और मास्क की अनिवार्यता रखी जाएगी। घाटों पर पहुंचने वाले हर भक्त को समिति द्वारा मास्क देकर संक्रमण से बचने का संदेश दिया जाएगा। शाम 6:00 बजे एक साथ सभी घाटों पर विधि विधान से गंगा आरती व पूजन करके संक्रमण की समाप्ति की कामना की जाएगी।